नई दिल्ली : केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के नवनिर्मित डायमंड जुबली लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रो. करुणेश कुमार शुक्ला, निदेशक, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, जमशेदपुर और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। प्रो. करुणेश कुमार शुक्ला मंच के सामने बैठे और ऑनलाइन माध्यम से जुड़े सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए संबोधित किया।
प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए पोखरियाल ने कहा कि भारत भविष्य में शैक्षिक क्षेत्र में अग्रणी बनेगा और विभिन्न देशों के छात्र उच्च शिक्षा के लिए भारत आएंगे जैसे पहले नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालयों के युग में आते थे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सीएफटीआई के छात्र उद्यमी बनने का प्रयास करें और रोजगार सृजित करें, जो राष्ट्र के लिए संसाधनों में कई गुना विकसित कर सके। मंत्री ने संस्थान के कई पूर्व छात्रों के योगदान का भी उल्लेख किया, जिन्होंने अलग-अलग तरीकों से राष्ट्र के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि संस्थान के दूर-दूर तक फैले पूर्व छात्रों से संपर्क किया जाना चाहिए, उनके ज्ञान, विशेषज्ञता और अनुभव का संस्थान के विकास के लिए उपयोग हो सकता है।
मंत्री ने जोर देकर कहा कि संस्थान ने उन्नत भारत अभियान के तहत कई स्थानीय गांवों को गोद लिया है। उन्होंने कोविड की स्थिति सुधरने के बाद इन गांवों का दौरा करने की भी इच्छा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि प्रोफेसर के.के. शुक्ला के सक्षम नेतृत्व में संस्थान ने इतने कम समय में ही अपनी एनआईआरएफ रैंकिंग को सुधार लिया है। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) की अजमान यूनिवर्सिटी के साथ कोविड संबंधी संयुक्त परियोजना के बारे में गणित विभाग के संकाय की शोध प्रयासों का विशेष तौर पर उल्लेख किया।
मंत्री ने लेक्चर हॉल कॉम्लेक्स में अल्ट्रा एचडी प्रोजेक्टर, वर्चुअल क्लास रूम, स्मार्ट क्लास रूम, विशेष तौर पर सक्षम छात्रों के लिए सुविधाएं, प्रस्तावित गृह रेटिंग, एलईडी और इलेक्ट्रिकल फिक्सर के प्रयोग से ऊर्जा की बचत जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं को लेकर प्रसन्नता जताई। भविष्य में इस कॉम्पलेक्स की बहुत सकारात्मक भूमिका रहने की उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि यह कॉम्पलेक्स नई शिक्षा नीति 2020 के उद्देश्यों, विशेष रूप से डिजिटल शिक्षा और समावेशी शिक्षा के क्षेत्र में, को पूरा करने में एनआईटी जमशेदपुर की मदद करेगा।
संस्थान के रजिस्ट्रार प्रो. ए.के. चौधरी के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ उद्घाटन समारोह का समापन हो गया।