रायपुर । संसदीय सचिव विकास उपाध्याय राजधानी रायपुर में बढ़ते कोविड-19 के बचाव हेतु हर स्तर पर इसे रोकने काम कर रहे हैं। आज 5 एल ई डी से लैस 5 गाड़ियों को जागरूकता लाने झंडा दिखा कर आज शुरुआत भी की,विकास उपाध्याय पूरे प्रदेश में पहला अपने तरह का ‘‘फीवर क्लीनिक‘‘ की शुरूआत अपने विधान सभा से कल से करने जा रहे हैं।इस क्लीनिक में कोविड-19 के प्रारंभिक लक्षण से संबंधित जाँच कर मुफ्त में दवाई वितरण किया जाएगा।इसकी शुरूआत पहले 02 वार्डों से कल की जा रही है, इसके पश्चात् मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को इसके सार्थक परिणाम की चर्चा कर पूरे वार्डों में शुरूआत करने की योजना है।
संसदीय सचिव विकास उपाध्याय अब बढ़ते कोरोना संक्रमण से लड़ने अतिरिक्त सुविधा देने को लेकर प्रयास तेज कर दिये हैं। जिसकी शुरूआत कल से 02 नये फीवर क्लीनिक की शुरूआत के साथ की जा रही है। इस क्लीनिक में सर्दी,जुकाम व बुखार की जांच की जाएगी।विकास उपाध्याय ने ई-रिक्शा के माध्यम से आयुर्वेद काढ़ा वितरण का काम कल से ही शुरू कर दिया है वहीं अब कल से 02 वार्डों में अपने तरह का एक नयी सुविधा की शुरूआत करते हुए ‘‘फीवर क्लीनिक‘‘ का शुभारम्भ करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया इस क्लीनिक मे प्रारंभिक जांच से कोई व्यक्ति संक्रमित है या संक्रमित होने की स्थिति में आ गया है, उसे बुखार या सर्दी जुकाम है तो क्या दवाई दिया जाए कि सुविधा रहेगी। सामान्य व्यक्ति जिसे थोड़ी भी अपनी शारीरिक स्वस्थता को लेकर बदलाव महसूस कर रहा है, वह यहाँ उपस्थित होकर दवाई की मुफ्त में मिलने का फायदा उठा सकते हैं।
विकास उपाध्याय ने बताया कल से शुरू होने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड क्र.25 के साहू भवन में एवं ठक्कर बापा वार्ड क्र.17 कर्मा विद्यालय, दीक्षा नगर, गुढ़ियारी में कुल 02 वार्डों में इसकी शुरूआत की जा रही है, जिसकी सारी तैयारियाँ पूर्ण कर ली गई हैं। इस फीवर क्लीनिक में वार्ड का कोई भी व्यक्ति जिसे बुखार, सर्दी जुकाम की आशंका हो आवश्यक जाँच कराकर संक्रमण को रोकने जरूरी दवाई ले सकता है। अपने तरह के इस फीवर क्लीनिक में जाँच को लेकर लैब के साथ आॅक्सीमीटर, थर्मामीटर, पी.पी.ई. कीट एवं इसके रोकथाम हेतु आवश्यक दवाईयाँ पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहेंगी। इस क्लीनिक में आने वाले सभी व्यक्तियों का जाँच करने विशेषज्ञ, चिकित्सक एवं लैब टैक्निशियन मौके पर ही पूरे समय उपलब्ध रहेंगे।
विकास उपाध्याय ने कहा बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए इस क्लीनिक की शुरूआत पहली बार कल से की जा रही है जहाँ ऐसे उन सभी व्यक्तियों को इसका लाभ मिलेगा, जिनको यह शिकायत है कि उनकी शिकायतों पर स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं देता या संबंधित चिकित्सक किसी तरह की जाँच करने से बचते हैं। इस तरह के जाँच से प्रारम्भिक लक्षण वाले मरीजों को चिन्हांकित करने मदद मिलेगी, जिन्हें आवश्यक संक्रमण पूर्व दवाई के आवश्यक डोज़ देकर रोकने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा इसके सार्थक परिणाम आते हैं, तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को रिपोर्ट प्रस्तुत कर पूरे 70 वार्डों में इसकी शुरूआत अविलंब की जायेगी।