रायपुर, 26 अगस्त 2020/स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने पढ़ई तुहर दुआर कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को अध्ययन-अध्यापन की घर बैठे सुविधा उपलब्ध कराने हेतु बेमेतरा जिले में संचालित मुहल्ला कक्षाओं का औचक निरीक्षण किया। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने बच्चों को उनकी रूचि के अनुरूप उनके कौशल विकास पर जोर देते हुए कहा कि इसके लिए स्थानीय कारीगरों जैसे बढ़ई, मूर्तिकार या अन्य कलाकारों का सहयोग लिया जाना चाहिए। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा ने विकासखण्ड बेरला के ग्राम टेमरी एवं तिवरैया तथा विकासखण्ड साजा के ग्राम सैगोना पहुंचकर वहां मोहल्ला कक्षाओं का मुआयना किया। इस दौरान उन्होंने छात्र-छात्राओं, शिक्षकों, पालकों से बच्चों के पढ़ाई लिखाई के बारे में चर्चा की। मुख्य सचिव ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग ने बच्चों की शिक्षा एवं उनके ज्ञानवर्धन के लिए कई नए विकल्प के जरिए प्रयास कर रही है।
प्रमुख सचिव डॉ. शुक्ला ने जिला एवं विकासखण्ड के अधिकारियों को पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम के तहत अध्ययन-अध्यापन की समस्त गतिविधियों की सतत् मॉनीटरिंग के भी निर्देश दिये। अपने निरीक्षण भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव ने शासकीय शिवलाल राठी उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय बेमेतरा में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में कलेक्टर श्री शिव अनंत तायल, अपर कलेक्टर श्री संजय कुमार दीवान विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव ने बैठक में विद्यार्थियों के शला प्रवेश, आनलाईन कक्षा, निःशुल्क पाठयपुस्तक वितरण आदि की जानकारी ली। उन्होने जिला शिक्षा अधिकारी को शाला भवनों की मरम्मत, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, फर्नीचर क्रय, पुस्तकालय निर्माण, प्रयोगशाला कक्ष की स्थापना आदि के संबंध में आवश्यक निर्देश दिये। बैठक के उपरांत प्रमुख सचिव ने जिले में संचालित निजी विद्यालय एलंस पब्लिक स्कूल बेमेतरा का मुआयना किया। उन्होने शासन द्वारा शुरू किए गए अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय की व्यवस्था, रंग-रोगन एवं साफ-सफाई तथा अध्ययन-अध्यापन को उत्कृष्ट रखने के निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती मधुलिका तिवारी, श्री कमोद ठाकुर, जिला मिशन समन्वयक एवं विद्यालय के प्राचार्य श्रीमती सुदेशा चटर्जी उपस्थित थे।