नई दिल्ली : भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केन्द्र/ क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केन्द्र, नई दिल्ली के अनुसार उत्तरी बंगाल की खाड़ी और समीपवर्ती क्षेत्र के आसपास एक कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। अगले 4-5 दिनों के दौरान इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की अधिक संभावना है।
इसके प्रभाव में 28 अगस्त तक ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल, झारखंड में, 26 से 28 अगस्त, 2020 के दौरान छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और पश्चिम राजस्थान में भारी से बहुत अधिक बारिश होने की संभावना है। 25 और 26 को ओडिशा और 27 अगस्त, 2020 को छत्तीसगढ़ में भी भारी बारिश होने की संभावना है।अब दक्षिण पश्चिम राजस्थान और पाकिस्तान से सटे इलाकों में एक कम दवाब का क्षेत्र बन रहा है। अगले 2 दिनों के दौरान गर्मी कम होने की संभावना है।
उत्तरी छत्तीसगढ़ में अलग-अलग स्थानों पर अधिक से अधिक भारी बारिश होने की संभावना है; उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। जम्मू -कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, पश्चिम राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, विदर्भ, झारखंड, ओडिशा और गुजरात क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है।
क्या स्थिति बन सकती है
सड़कों पर अत्यधिक पानी जमा हो सकता है, निचले इलाकों में जल भराव और अंडरपासों को बंद किया जा सकता है।
मुख्य रूप से उपरोक्त इलाके के शहरी क्षेत्रों में।
भारी वर्षा के कारण दृश्यता में कभी-कभी कमी भी आ सकती है।
सड़कों पर जलभराव के कारण प्रमुख शहरों में यात्रा दौरान यातायात में दिक्कत आ सकती है।
कच्ची सड़कों को मामूली नुकसान।
कमजोर संरचना को नुकसान की संभावना।
स्थानीय स्तर पर भूस्खलन की सभावना।
सैलाब के कारण कुछ क्षेत्रों में बागवानी और खड़ी फसलों को नुकसान।
इससे नदी के जलग्रहण क्षेत्र बाढ़ आ सकती है। बाढ़ की स्थिति जानने के लिए केंद्रीय जल आयोग की वेबसाइट (http://www.cwc.gov.in/) पर विजट कर सकते हैं