रायपुर : लोक स्वास्थ्य एंव यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने आज दुर्ग जिले के ग्राम भटगंाव मे चार नल जल योजनाओं का और लोकार्पण और नल जल योजना कार्य का भूमिपूजन किया। इस अवसर पर मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि पहले नलजल योजनाओं के लिए 2 हजार की आबादी का बंधन था, जिसे शासन ने इसे समाप्त कर दिया है। अब छोटे-छोटे गांवों में भी नलजल योजनाएं बन सकेंगी।
इस मौके पर पी.एच.ई. मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि अहिवारा विधानसभा में अब तक 70 करोड़ रुपए की लागत से 36 नलजल योजनाओं की स्वीकृति दी गई है। एक साल के भीतर यहां टंकी निर्माण हो जाएगा। वे यहां विभिन्न नलजल योजनाओं के लोकार्पण एवं भूमिपूजन के लिए आए थे। मंत्री ने कहा कि पानी टंकी निर्माण की 64 योजनाओं में से 36 योजनाओं को स्वीकृति मिल गई है। कुछ योजनाओं में बोर के माध्यम से और कुछ योजनाओं में नदी के माध्यम से पानी इंटेक वेल के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि सबको पेयजल का लाभ मिल सके। इसके लिए शासन ने मिनीमाता अमृत धारा योजना की शुरूआत की। इसका लक्ष्य सभी को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना है। इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। जब समोदा से हमने इस योजना की शुरूआत की तो लोगों में काफी उत्साह दिखा। आज जब आप लोगों के बीच आया हूँ तो मुझे फिर से उस उत्साह की याद आ गई। मंत्री ने इस अवसर पर ग्रामीणों की माँग पर विकास कार्योंं की घोषणा भी की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पेयजल की दिक्कत पूरी तौर पर दूर करने के दिशा में काम किया जा रहा है। इसके साथ यह भी ध्यान रखा जा रहा है कि साधनहीन व्यक्तियों को भी शुद्ध पेयजल मिल पाए। इसके साथ ही अहिवारा में सड़क नेटवर्क की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है। यहां पर 10 सड़के पीडब्ल्यूडी के माध्यम से स्वीकृत की गई हैं। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में सबको शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की दिशा में हम तेजी से कार्य कर रहे हैं। किसी भी तरह से इस दिशा में परेशानी होती है तो अवगत कराएं, जिसका समाधान किया जाएगा। इस अवसर पर मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी नलजल योजनाओं का काम तेजी से पूरा कराएं ताकि बड़ी आबादी को इसका लाभ मिल सके। कार्यपालन अभियंता ने विस्तार से भटगांव एवं अन्य गांवों में क्रियान्वित होने वाली योजनाओं की जानकारी दी तथा अहिवारा क्षेत्र में साल भर में पीएचई विभाग द्वारा हुए कार्यों की जानकारी भी दी।
इस अवसर पर लोकार्पित होने वाले योजनाओं में समोदा जल आवर्धन योजना लागत 9 लाख 99 हजार रुपए, जेवरा जल आवर्धन योजना 9 लाख 98 हजार रुपए, रवेलीडीह आवर्धन जलप्रदाय योजना 18 लाख 86 हजार रुपए, बासीन जल आवर्धन योजना 9 लाख 86 हजार रुपए शामिल हैं। इसी तरह शिलान्यास वाली योजनाओं में 38 लाख 68 हजार रुपए की लागत से खपरी नलजल योजना, कुटेलाभाठा नलजल प्रदाय योजना 47 लाख 20 हजार रुपए की लागत से डांडेसरा नलजलप्रदाय योजना 49 लाख रुपए की लागत की योजनाएं शामिल हैं। इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती पुष्पा भुनेश्वर यादव सहित अन्य जनप्रतिनिधि, पीएचई विभाग के अधीक्षण अभियंता सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।