भाजपा के बयान पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भाजपा बताएं 2009 से 2019 तक कई बार संघ और भाजपा के नेता चीन कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं से क्यों मिले ?
भारतीय भूमि पर चीन के अतिक्रमण पर आरएसएस भाजपा मौन क्यों हैं?
भाजपा को चीन के खिलाफ बोलने में भाजपा और चीनी कम्युनिष्ट पार्टी के बीच हुए राजनीतिक समझौता टूटने का डर सता रहा है
रायपुर/17 अगस्त 2020। भाजपा के बयान पर कांग्रेस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि जिस भाजपा की केंद्र सरकार भारतीय सीमा पर चीनी घुसपैठ को छिपा रही है, चीनी हरकतों का प्रतिरोध करने से डर रही है? उस भाजपा के नेता देशवासियों को राष्ट्रवाद की शिक्षा ना दे? 2009 से 2019 तक आरएसएस भाजपा कई बार चीन की यात्रा किये और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच कई दौर की बैठक हुई राजनीतिक चर्चाएं हुई। मौखिक समझौता हुआ। क्या भाजपा और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हुए मौखिक समझौते के कारण ही आरएसएस और भाजपा चीन के खिलाफ बोलने से डर रहे हैं? क्या भाजपा इस बात से डरी हुई है कि चीनी हरकतों के खिलाफ मुंह खोलने से चीनी कमनियुस्ट पार्टी से हुई गठबंधन का पोल खुलने का डर सता रहा है? भाजपा को छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए। चीन की भारतीय सीमा पर कब्जे को लेकर मोदी भाजपा की सरकार देश की जनता को क्यों गुमराह कर रही है?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि श्री नरेंद्र मोदी जी मुख्यमंत्री रहते 4 बार एवं प्रधानमंत्री रहते 5 बार चीन की यात्रा किए हैं 18 बार शी जिनपिंग से मुलाकात करते हैं। 2009 में भाजपा और आर एस एस का पांच सदस्यीय दल चीन क्या करने गये थे? उस दौरान मौखिक रूप से क्या क्या समझौता हुआ? 19 जनवरी 2011 को भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के साथ भाजपा का प्रतिनिधिमंडल चीन की 5 दिवसीय यात्रा पर गए। 2014 में भाजपा की सरकार बनी और नवंबर 2014 में भाजपा के 13 सांसद और विधायक एक सप्ताह की यात्रा पर चीन पर गए। 2015 में चीन कम्युनिस्ट पार्टी के वांग जिया और अमित शाह की बन्द कमरे में मुलाकत भाजपा मुख्यालय में हुई ?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि छत्तीसगढ़ भाजपा के नेता भी कई बार चीन की यात्रा कर चुके हैं डॉ. रमन सिंह राज्यसभा सदस्य सरोज पांडे सहित राजेश मूणत सुभाष राव एवं कई भाजपा के दिग्गज नेता चीन के यात्रा किए हैं भाजपा को छत्तीसगढ़ की जनता को बताना चाहिए भाजपा और चीन प्रेम का रहस्य क्या है?