पटना : सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के लोक संपर्क एवं संचार ब्यूरो (आरओबी), पटना द्वारा हाल ही में “एक भारत श्रेष्ठ भारत – बिहार एवं मिजोरम ” विषय पर वेबिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरओबी, पटना के अपर महानिदेशक श्री शैलेश कुमार मालवीय एवं सह-अध्यक्षता निदेशक श्री विजय कुमार ने की । वेबिनार के मुख्य अतिथि वक्ता के तौर पर सारण आयुक्त श्री राबर्ट. एल. चोंग्थू शामिल हुए थे। अन्य अतिथि वक्ताओं में नेहरू युवा केंद्र संगठन, गुवाहाटी के स्टेट डायरेक्टर श्री सैयद अली, केंद्रीय विद्यालय मिजोरम, आइजोल के प्रधानाध्यापक मो. राशिद, जनसंपर्क विभाग, मिजोरम सरकार के पीआरओ श्री प्रताप छेत्री और जाने-माने पत्रकार एवं पूर्वोदय के संपादक श्री रवि शंकर रवि वेबिनार में शामिल हुए थें।
वेबिनार की अध्यक्षता कर रहे आरओबी एवं पीआईबी, पटना के अपर महानिदेशक श्री शैलेश कुमार मालवीय ने विषय प्रवेश संबोधन में कहा कि लौह पुरुष सरदार बल्लभ भाई पटेल की 140वीं जन्म दिवस के अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री के द्वारा एक भारत श्रेष्ठ भारत अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य सभी राज्यों और केन्द्र्शासित प्रदेशों के बीच गहरे रचनात्मक संपर्कों के माध्यम से राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत दो अलग-अलग राज्यों को जोड़ीदार या साझीदार बनाया गया है। इसी कड़ी मे बिहार को मिज़ोरम के साथ जोड़ीदार बनाया गया है। जिससे दोनों राज्यों को एक दूसरे के सांस्कृतिक विरासत, रीति-रिवाज, खान-पान, वेश-भूषा आदि के बारे में जानने-समझने का अवसर प्राप्त हुआ है।
मुख्य अतिथि वक्ता के रूप में वेबिनार को संबोधित करते हुए सारण आयुक्त श्री राबर्ट. एल. चोंग्थू ने कहा कि एक भारत श्रेष्ठ भारत जैसे अभियान पूर्वोत्तर राज्यों के लिए वरदान साबित होंगे । उन्होंने कहा कि मिजोरम की संस्कृति एवं रहन-सहन एक ट्राइबल सोसाइटी की है, जहां के लोग दूसरे राज्यों के लोगों से कम संपर्क रख पाते हैं। इस अभियान के माध्यम से मिजोरम के लोग बिहार की संस्कति एवं समृद्धि से रू-ब-रू हो पाएंगे वहीं दूसरी ओर बिहार के लोग मिजोरम की संस्कृति, जनजातियों, वेश-भूषा आदि को जान पहचान पाएंगे। यह संस्कृति के आदान-प्रदान के लिए सबसे बेहतरीन अभियान है।
श्री चोंग्थू ने कहा कि मिजोरम एक कास्टलेस और क्लासलेस होमोजीनस सोसाइटी है और वहां पर किसी भी तरह की भेदभाव जात, धर्म या रेस के नाम पर नहीं होता है। उन्होंने आगे कहा कि पॉपुलर कल्चर की वजह से विशेष रुप से बॉलीवुड की हिंदी सिनेमा और गानों की वजह से मिजो सोसाइटी भारत की संस्कृति और रहन-सहन से अवगत हो रहे हैं। श्री चोंग्थू ने कहा कि दूसरी तरफ दूसरे राज्यों को मिजोरम और वहां के लोगों की संस्कृति और रहन-सहन के बारे में जानकारी बहुत कम है। चूंकि मिजोरम में ज्यादातर मीडिया मिजो और अंग्रेजी भाषा में हैं, इसलिए वहां के लोगों के बारे में जानकारी दूसरे राज्यों को बहुत कम प्राप्त होती है, इसलिए इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
नेहरू युवा केंद्र संगठन, गुवाहाटी के स्टेट डायरेक्टर श्री सैयद अली ने वेबीनार को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी संस्था एक भारत श्रेष्ठ भारत के विषय पर पूरे देश में वर्चुअल प्रोग्राम करने जा रही है, जिससे एक भारत श्रेष्ठ भारत का सपना साकार होगा। उन्होंने भी मिजोरम सोसाइटी के बारे में कहा कि वहां किसी भी तरह का भेदभाव जात-पात और रेस के आधार पर नहीं होता है। उन्होंने कहा कि लोग चर्च की गाइडलाइंस और कम्युनिटी द्वारा बनाए गए गाइडलाइंस को पूरी तरह फॉलो करते हैं। उदाहरण के तौर पर उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब भी कोई बाहर निकलता है तो पुलिस या स्टेट मशीनरी के बजाय सिविल सोसाइटी ऐसे लोगों को घर के बाहर ना निकलने और लॉकडाउन को पूरी तरह से पालन करने के लिए प्रेरित करती हैं। उन्होंने कहा कि मिजोरम के लोग काफी ईमानदार और अनुशासित जीवन जीते हैं। मिजोरम में प्रत्येक शनिवार को लोग घरों से बाहर निकलकर सार्वजनिक स्थलों की सफाई करते हैं जो सीखने योग्य बातें हैं। उन्होंने कहा कि नेहरू युवा केंद्र के द्वारा अपने राज्य से दूसरे राज्यों में 15 दिनों के लिए लोगों को भेजा जाता है ताकि वह वहां दूसरे राज्यों के रहन-सहन, कल्चर, खानपान आदि को देखें तथा अपने यहां उस पर अमल करें।
अतिथि वक्ता के तौर पर जाने-माने पत्रकार एवं पूर्वोदय, गुवाहाटी के संपादक श्री रविशंकर रवि ने कहा कि मिजोरम एक बहुत ही अच्छा और ईमानदार राज्य है। मिजोरम ही एक ऐसा राज्य है जहां सामान बेचने के लिए लोग अपने सामान के पास नहीं रहते हैं फिर भी उनका सामान बिक जाता है और उस सामान का मूल्य उन्हें मिल जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसी ईमानदारी शायद ही किसी दूसरे राज्य में देखने को मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा के मिजोरम में चुनावी रैलियों में धन और बल का प्रयोग नहीं होता है। मिजोरम की एक मिजो पीपल्स फोरम सिविल सोसाइटी आमतौर से चुनाव में खड़े होने वाले कैंडिडेट के लिए इलेक्शन रैली का आयोजन करती है, जिससे वहां धन और बल का प्रयोग बहुत कम होता है। उन्होंने मिजोरम और बिहार की समानता को लेकर कहा कि दोनों स्टेट्स में लोग बहुत ही मेहनती और ईमानदार होते हैं। उन्होंने कहा कि अगर सभी लोग हिंदी और अंग्रेजी के अलावा किसी दूसरे राज्य की एक भाषा जान लें और उसका प्रयोग करें तो माननीय प्रधानमंत्री की एक भारत श्रेष्ठ भारत के लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है। श्री रवि ने कहा कि वहां के लोगों को और उनकी संस्कृति रहन-सहन को समझने के लिए हमें एक बार मिजोरम का दौरा जरूर करना चाहिए।
केंद्रीय विद्यालय मिजोरम आइजोल के प्रिंसिपल श्री मोहम्मद राशिद ने वेबीनार को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय विद्यालय एक भारत श्रेष्ठ भारत के सपनों को साकार करने के लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालय में देश के विभिन्न राज्यों के बच्चे एक साथ पढ़ते हैं और पठन-पाठन का कार्य करने वाले शिक्षक भी विभिन्न राज्यों के होते हैं जो एक छत के नीचे काम करते हैं, जिससे एक भारत श्रेष्ठ भारत की एक खूबसूरत तस्वीर निकल कर आती है। श्री राशिद ने कहा कि दूसरों राज्यों को मिजोरम से बहुत कुछ सीखने को है।
मिजोरम सरकार में आईपीआरडी डिपार्टमेंट के पीआरओ श्री प्रताप छेत्री ने भी वेबीनार में शिरकत किया और वेबीनार में उपस्थित लोगों के सामने अपनी बातें रखीं और अपने डिपार्टमेंट के तरफ से एक भारत श्रेष्ठ भारत पर हो रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने भी मिजोरम राज्य की विशेषताओं को बयान करते हुए कहा के यहां के लोग ईमानदार और अनुशासित होते हैं मिसाल के तौर पर लोग सड़कों पर होर्न नहीं बजाते हैं। उन्होंने कहा कि यहां चुनाव के दौरान सभी दल के लोग अलग-अलग प्रचार नहीं करते हैं बल्कि यहां की पीपुल्स फोरम खुद ही एक मंच तैयार कर सभी दलों के प्रतिनिधियों को बुलाकर अपनी बात रखने के लिए कहते हैं, जिससे चुनाव का खर्च कम होता है। यह एक बहुत ही सराहनीय कार्य है और इसे दूसरे राज्यों को भी अनुसरण करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन फील्ड आउटरीच ब्यूरो, सीतामढ़ी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री जावेद अख्तर अंसारी एवं सह-संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन फील्ड आउटरीच ब्यूरो, छपरा के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्री पवन कुमार ने किया।