पटना : बिहार में बाढ़ का तांडव जारी है. राज्य की लगभग सभी नदियाँ उफान पर है. मिथिलांचल में बाँध फूटने से स्थिति भयावह बनी हुई है. आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने यह जानकारी दी। वहीं उत्तर बिहार में लगातार हो रही बारिश का दौर रविवार को थमने के बावजूद चंपारण और मिथिलांचल में बाढ़ से तबाही मची हुई है। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार राज्य के 11 जिलों के 12 लाख 80 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। राज्य में 442 सामुदायिक किचेन चल रहे हैं, जिनमें एक लाख 75 हजार लोग प्रतिदिन भोजन कर रहे हैं।
आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार दरभंगा के केवटी में डुमरी गुठली बांध करीब दस फीट में टूट गया। गंडक में कटाव तेज होने से मुजफ्फरपुर के मीनापुर में बीस से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। मुजफ्फरपुर-शिवहर एसएच पर भी पानी चढ़ गया है। पानी के बहाव में और तेजी आने से आवागमन प्रभावित है। दरभंगा जिले में बाढ़ की स्थिति अब भी गंभीर है। केवटी में डुमरी गुठली बांध करीब दस फीट में टूट गया। इससे दिघियार,लालगंज तथा पैगम्बरपुर पंचायत के कई गांवों में पानी फैल रहा है। दरभंगा-जयनगर एनएच और दरभंगा-समस्तीपुर सड़क पर अब भी पानी चढ़ा है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर से बिहार के 11 जिलों के कुल 86 प्रखंडों की 625 पंचायतें प्रभावित हुयी हैं, जहां आवश्यकतानुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं।सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत एवं बचाव का कार्य कर रही हंै और अब तक प्रभावित इलाकों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और बोट्स के माध्यम से 1,36,464 लोगों को निष्क्रमित किया गया है। कल से प्रभावित लोगों के लिये हेलीकॉप्टर के माध्यम से फूड पैकेट्स गिराये जा रहे हैं। आवश्यकतानुसार हेलिकॉप्टर की मदद से ड्राई राशन पैकेट का ड्रॉपिंग कल भी कराया जायेगा। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान को देखते हुए सभी जिलों को अलर्ट करा दिया गया है।