रायपुर श्री पूरन राम ने छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी विकास योजना के तहत् बाड़ी विकास से जुड़कर साग-सब्जी का उत्पादन कर रहे हैं । इससे श्री पूरन राम को हर महीने 15-20 हजार रूपए की आमदनी हो रही है । श्री पूरन राम ने मनरेगा योजना से अपने खेत में कुंआ निर्माण करा लिया है । कुंआ से उसे खेती-बाड़ी के लिए सालभर भरपूर पानी मिल रहा है । कोरोना संक्रमण के कारण लाॅकडाउन के दौरान भी पूरम राम की आमदनी में कमी नही आई है ।
जशपुर जिले के जनपद पंचायत कुनकुरी से 5 किलोमीटर दूर गांव अम्बाचंुआ के किसान श्री पूरनराम के खेत में कूप निर्माण के लिए मनरेगा के तहत् 2 लाख 10 हजार रूपए की स्वीकृत मिली। श्री पूरन राम ने बताया कि उसने ग्राम पंचायत भवन जाकर मनरेगा के तहत् दी जा रही सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की और अपने नाम से कूप स्वीकृति हेतु आवेदन दिया। ग्रामसभा से प्रस्ताव बनाकर जनपद पंचायत में उनके आवेदन को जमा किया गया। और उन्हें खेत में कूप निर्माण की स्वीकृति मिल गई। उन्होंने बताया कि पहले उनके खेतों में सिंचाई की सुविधा नहीं होने के कारण बड़ी मुश्किल से धान की एक फसल ले पाते थे । कुआं निर्माण होने से अब उन्हें पानी की समस्या नहीं हो रही है और अब पुरे साल भर खेती-बाड़ी के काम में लगे रहते है ।
पूरन राम ने बताया कि उनके पास दो एकड़ खेती की जमीन है जिसमें धान एवं साग-सब्जियों का उत्पादन करते हैं। एक फसल धान लेने के पश्चात् दूसरे फसल में भिण्डी, बरब्ट्टी, लौकी, मटर, आलू आदि की खेती में अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होंने बताया कि लाॅकडाउन की विषम परिस्थिति में पुरनराम की ख्ेातों में सब्जियों के उत्पादन से एक ओर जहां लोगों को ताजी सब्जियां मिल रही है। वहीं उन्हें हर महीने 15-20 हजार की आर्थिक आमदनी भी हो रही है और उनका परिवार आर्थिक रूप से सक्षम हुआ है। परिवार के साथ हसी-खुशी जीवन यापन कर रहे है। उन्हें बाहर काम के लिए जाना भी नहीं पड़ रहा है। पूरन राम ने बताया कि अब उन्हें अपने बच्चों के पालन-पोषण और बेहतर भविष्य के लिए उम्मीद की किरण नजर आई है।