भोपाल : रोजगार सेतु पोर्टल के माध्यम से 9 जुलाई तक 24 हजार 862 प्रवासी श्रमिकों को स्थायी प्रकार का रोजगार मिल चुका है। इसमें 79.5 प्रतिशत पुरुष और 20.5 प्रतिशत महिला हैं।
प्रवासी श्रमिकों को ठेकेदार/लेबर कांट्रेक्टर के यहाँ 94.4 प्रतिशत, बड़े उद्योगों में 0.3, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम में 1.2, बिल्डर्स के यहाँ 0.5, प्लेसमेंट एजेंसी में 2.4, और अन्य संस्थानों में 1.2 प्रतिशत रोजगार प्राप्त हुआ है। प्रतिमाह वेतन 9 से 15 हजार रुपये तक प्राप्त हो रहा है।
अपर मुख्य सचिव श्रम श्री राजेश राजोरा ने जानकारी दी है कि 3 लाख 55 हजार 864 प्रवासी श्रमिकों के जॉब-कार्ड बनाये गये हैं। इसके साथ ही एक लाख 89 हजार 959 प्रवासी श्रमिकों को मनरेगा में रोजगार उपलब्ध कराया गया है।
प्रवासी श्रमिकों में से संबल योजना में पात्रता रखने वाले 3 लाख 40 हजार 715 प्रवासी श्रमिकों का संबल योजना के पोर्टल पर पंजीयन किया गया है। इसी प्रकार 16 हजार 214 प्रवासी श्रमिकों को पात्रतानुसार मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल के पोर्टल पर पंजीयन किया गया है। इससे इन्हें संबल/मण्डल की योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सकेगा। आत्मनिर्भर भारत एवं राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के अंतर्गत 13 लाख 10 हजार 186 प्रवासी श्रमिकों को प्रतिमाह राशन वितरित किया जा रहा है।
रोजगार सेतु पोर्टल पर प्रवासी श्रमिकों के साथ आये 6 से 14 वर्ष की उम्र के 2 लाख 6 हजार 425 बच्चों में से 75 हजार 385 को स्कूल में प्रवेश दिया गया है। शेष बच्चों को ‘स्कूल चलें अभियान” के अंतर्गत स्कूल खुलने पर नि:शुल्क प्रवेश के लिये लक्षित किया गया है।
गौरतलब है कि सर्वे के अनुसार कोविड-19 महामारी के दौरान एक मार्च से 6 जून, 2020 तक 7 लाख 30 हजार 311 प्रवासी श्रमिक और उनके साथ 5 लाख 79 हजार 875 परिवारजन लौटे थे। इस तरह से कुल संख्या 13 लाख 10 हजार 186 है। रोजगार सेतु पोर्टल में 27 हजार 388 नियोक्ताओं द्वारा पंजीयन करवाया गया है। इनमें से 510 वृहद उद्योगों, 4748 सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों, 6526 लेबर कांट्रेक्टर, 283 बिल्डर्स, 547 प्लेसमेंट एजेंसी और 1667 वाणिज्यिक संस्थानों से संबंधित हैं। पोर्टल पर नियोक्ताओं द्वारा 47 हजार 985 रिक्तियाँ प्रदर्शित की गई हैं। इनमें प्रवासी श्रमिकों की योग्यता एवं अनुभव के आधार पर नियुक्ति के लिये चयन प्रक्रिया जारी है।