रांची : सावन का महीना आते ही शिवभक्तो में बाबा के दर्शन के लिए होड़ लगी रहती है. इस दौरान झारखण्ड के देवघर में विश्व विख्यात मेला भी लगता है जहाँ लाखो की संख्या में देशभर से शिव भक्त आते है और बाबा का दर्शन करते है. इस बाद कोरोना महामारी के चलते इस माले का आयोजन नहीं हो रहा है. झारखण्ड हाईकोर्ट ने अपने आदेश में इस बार इस मेले के आयोजन की इजाजत नहीं दी है. चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन और जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की पीठ ने सरकार से कहा है कि वह भक्तों के लिए बाबा भोलेनाथ के वर्चुअल दर्शन की व्यवस्था करें.हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद शिवभक्तो में उदासी है और इसके साथ ही सदियों से चली आ रही मेले की परंपरा इस बाद टूट गई है.
ज्ञात हो झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक और दो जुलाई, 2020 को साफ-साफ कह दिया था कि इस वर्ष बाबाधाम और बासुकीनाथ धाम में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा. सोरेन ने कहा था कि कोरोना संकट के मद्देनजर इस साल देवघर में श्रावणी मेला का आयोजन नहीं होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से राज्य सरकार के सामने बड़ी चुनौतियां हैं. कहा कि बाबा भोलेनाथ की कृपा और राज्यवासियों के सहयोग से वैश्विक महामारी को नियंत्रित कर पाये हैं. वर्तमान परिस्थितियों में मंदिर खोलना जन स्वास्थ्य के लिहाज से उचित नहीं है.