नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच चला आ रहा संघर्ष अब निर्णायक दौर में पहुँच रहा है. दोनों ही देश अपनी सीमओं में अपनी अपनी फौज का जमावड़ा करने लगे है. चीन द्वारे उकसाने वाली हरकतों के बाद से भारत सरकार भी स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए है. भारत ने अपनी सेना को भी इस वक़्त अलर्ट मोड में रखा है. भारत द्वारा आत्मरक्षा के लिए की गई तैयारियों के बाद चीन ने भी तिब्बत में पड़ने वाले तीन एयरफोर्स स्टेशनों पर लड़ाकू विमानों की तैनाती बढ़ा दी है।
इधर भारत में भी श्रीनगर से लेकर पूर्वोत्तर में चीन सीमा के निकट पड़ने वाले कई एयरबेस को अलर्ट किया गया है। अत्याधुनिक सुखोई, मिराज लड़ाकू विमानों के साथ-साथ अपाचे हैलीकाप्टरों की तैनाती की गई है।बीते दिनों वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने भी कहा था कि चीनी वायुसेना की असामान्य गतिविधियां एलएसी की दूसरी तरफ देखी गई हैं जिसके बाद वायुसेना ने अपनी तैयारियां तेज की हैं।
ज्ञात हो चीन लद्दाख सीमा पर उकसावे की कार्रवाई कर रहा है और यहां 10 हजार सैनिकों की तैनाती कर रखा है। इससे पहले भी भारत और चीन के बीच मई महीने की शुरुआत से ही लद्दाख बॉर्डर के पास तनावपूर्ण माहौल बना हुआ था. चीनी सैनिकों ने भारत द्वारा तय की गई LAC को पार कर लिया था और पेंगोंग झील, गलवान घाटी के पास आ गए थे. चीन की ओर से यहां पर करीब पांच हजार सैनिकों को तैनात किया गया था, इसके अलावा सैन्य सामान भी इकट्ठा किया गया था.