फसल सुरक्षा के लिए मवेशियों को आज से गौठान में रखने पशुपालकों ने लिया संकल्प
प्रत्येक गौठान को मिलेगा प्रबंधन हेतु 40 हज़ार रुपये
रूपेश वर्मा,अर्जुनी- राज्य सरकार की पहल पर आज जिले के सभी 3 सौ19 गौठानों में रोका-छेका पर्व मनाया गया। साथ ही जिले के सभी ग्राम पंचायतों में विशेष ग्राम सभा का भी आयोजन किया गया है। फसल सुरक्षा के लिए छत्तीसगढ़ में रोका-छेका की एक पुरानी परंपरा रही है। इसे पुनः प्रारंभ करने के लिए आज कलेक्टर श्री सुनिल कुमार जैन के मार्गदर्शन में विशेष अभियान आयोजित किया गया। आज जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा के नेतृत्व में बलौदाबाजार विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पुरैना खपरी के मॉडल गौठान में रोका छेका पर्व मनाया गया है। इस दौरान श्री वर्मा ने गौठान समिति, स्व-सहायता समिति के पदाधिकारियों, चरवाहों ,त्रिस्तरीय पंचायत के जनप्रतिनिधियों की संयुक्त बैठक में कहा कि फसल सुरक्षा के लिए किसानों की पुरानी परंपरा रोका-छेका को पुनः प्रारंभ किया जा रहा है। फसल सुरक्षा के लिए यह एक महत्वपूर्ण पहल है। फसल की सुरक्षा के लिए खेतों को लकड़ी, बाड़ से घेरने के बजाय गौठान परिसर में मवेशियों को नियंत्रित किया जायेगा।जिला पंचायत सीईओ डॉ फ़रिहा आलम सिद्दीकी ने गौठान समिति, स्व-सहायता समूह, चरवाहा ,गांव के जन प्रतिनिधियों से कहा कि जिले के विभिन्न गांव में गौठान बनाए गए हैं। जहां पशुओं को सुरक्षित रखने के लिए चारागाह, पानी, शेड आदि की व्यवस्था की गई है। गौठान के चारागाह में नेपियर घास और स्व-सहायता समूहों द्वारा सब्जी भाजी मसाला आदि का उत्पादन शुरू हुआ है। राज्य सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत स्व-सहायता समूहों और गौठान समितियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। समूहों को सक्षम बनाने के लिए शासन की योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि कल रात राज्य सरकार ने गौठानो के प्रबंधन हेतु गौठान समिति को 40 हज़ार रुपये देने का निर्णय लिया गया है। जिससे गौठानो का प्रबंधन अच्छे से हो सकें। उन्होंने आगे कहा कि गौठान मल्टी एक्टिविटी सेंटर का केंद्र बने। जहाँ एक ही जगह विभिन्न रोजगार सम्बंधित कार्यों का भी सम्पादन किया जा सकें।
फसल सुरक्षा के लिए मवेशियों को आज से गौठान में रखने पशुपालको से लिया संकल्प जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा ने राज्य शासन के निर्देश पर फसल सुरक्षा के लिए मवेशियों को आज से गौठान में रखने के लिए पशुपालको,ग्रामीणों, सभी कर्मचारियों को संकल्प दिलाया गया।
आत्म निर्भरता की झलक का प्रतीक है गौठान-डॉ फ़रिहा आलम सिद्दीकी
मॉडल गौठान में महिला स्व सहायता समूहों द्वारा जो कार्य किया जा रहा है। वह निश्चित ही हमें आत्म निर्भरता की और ले जा रही है। इस गौठान में समूहों द्वारा पशुपालन विभाग के माध्यम से कड़कनाथ मुर्गी का पालन किया जा रहा है। कड़कनाथ मुर्गी का पालन करने वाली समिति जय माँ दुर्गा महिला समिति है। जिस में 10 सदस्य है। समिति के अध्यक्ष सुनिता साहू ने बताया कि हमे पशुपालन विभाग से 2 सौ मुर्गियों का पालन किया जा रहा। जो आने वाले 50 दिनों में तैयार हो जायेगा। समिती ने मुर्गी शेड की कमी के बारे में बताया तो सीईओ डॉ फ़रिहा आलम ने गौठान में एक मुर्गी पालन शेड अलग से निमार्ण करने के निर्देश दिए है। उसी तरह एक अन्य समिति के द्वारा गौठान परिसर में ही वर्मी कंपोस्ट जैविक खाद का निर्माण किया जा रहा है। महिला समिति के अध्यक्ष श्रीमती शुकवार निषाद ने बताया कि हमारे पास हर महीना 6क्विंटल करीब जैविक खाद का निर्माण होता है। जिसे खुले बाजार में 20 रुपया प्रति किलोग्राम के दर से बेचते है। सीईओ ने सभी खाद को फॉरेस्ट विभाग के माध्यम से खरीदने की बात कही है। जिससे बड़ी मात्रा अतिरिक्त आय का अर्जन होगा। गौठान में चारा की व्यवस्था हेतु कृषि विभाग द्वारा एक क्रॉप क्रेटर का मशीन भी दिया गया है। जिससे जानवरों के लिए पैरा की कटाई आसनी से किया जा सकता है।
सीईओ ने गौठान समिति से जुड़े महिला स्व-सहायता समूह से चर्चा की और उनके द्वारा बाड़ी में लगाए गए सब्जी भाजी का अवलोकन किया। समूह की महिलाओं ने बताया कि गौठान के चारों तरफ हल्दी, अदरक, एवं जिमीकंद का भी रोपण किया गया है। सीईओ ने वहाँ उपस्थित अन्य महिला स्व सहायता समूहों से बात कर पात्र समूहों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए। गौठान परिसर पर मशरूम उत्पादन, डबरी में मछली पालन,पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी की तैयारी का भी अवलोकन किया।
प्रर्दशनी में डीकंपोजर रहा विशेष आकर्षण का केंद्र जिला पंचायत सीईओ ने गौठान परिसर पर पशुधन विकास विभाग,कृषि विभाग द्वारा लगाए गए स्टाल का भी अवलोकन किया। उपस्थित अधिकारियों से कहा कि इलाज के साथ-साथ पंजी संधारण को भी महत्व दें। ताकि इससे मवेशियों में ज्यादातर होने वाली बीमारियों के कारण का भी विश्लेषण किया जा सके और पशुओं के लिए दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित हो। जिला पंचायत सीईओ ने बीमार पशुओं को गौठान में अन्य पशुओं से अलग रखने के निर्देश दिए है।वहाँ कृषि विभाग द्वारा डीकंपोजर घोल का प्रदर्शनी किया गया जिसे सभी किसान बहुत ही पसंद किए है। यह डीकंपोजर के माध्यम से खेतों के पराली को जलाने की जरूरत नही पड़ता है।केवल 20 रुपये के इस घोल से पूरा पराली खाद में बदल जाता है। जिससे पर्यावरण को भी हानि नही होता है। इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश वर्मा जिला पंचायत सीईओ डॉ फ़रिहा आलम सिद्दीकी,जनपद पंचायत सीईओ अनिल कुमार सहित ग्रामीणों ने भी गौठान परिसर में जामुन, आम के पौधे का रोपण किया गया।
रोका छेका पर्व पर गाँव के सरपंच श्री मति संतोषी धुव्र,उपसरपंच मानकी साहू, गौठान प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जनपद पंचायत सीईओ अनिल कुमार, उपसंचालक कृषि वी पी चौबे, उपसंचालक पशुपालन डॉ सी के पांडेय,मत्स्य पालन विभाग से बी बी पांडेय, एडीईओ एस पी धुव्र,सचिव भींगेश्वेर सेन, मनरेगा जनपद पीओ किशन जायसवाल, तकनीकी सहायक लालिनी वर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारियों एवं ग्रामवासियों बड़ी संख्या में उपस्थित थे।