सुदूर वनांचल क्षेत्र का महारानी अस्पताल बना इलाज का प्रमुख केंद्र


रायपुर, छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा आम नागरिकों को सस्ती, सुलभ और कारगर स्वास्थ्य सुविधा मिल सके इसके लिए डा.खूबचंद बघेल स्वास्थ्य योजना, मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना सहित अन्य कार्यक्रम चलाए जा रहे है। इसके साथ ही आम लोगों का बेहतर इलाज हो सके इसके लिए सरकारी अस्पतालों में सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। इसी क्रम में सुदूर वनांचल क्षे़त्र के अंतर्गत आने वाले बस्तर के जिला मुख्यालय जगदलपुर के शासकीय चिकित्सालय महारानी अस्पताल में राज्य सरकार के विशेष प्रयासों के फलस्वरूप सुविधाओं के विस्तार होने से यह अस्पताल छत्तीसगढ़ एवं बस्तर संभाग के लोगों को सुलभ एवं कारगर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने का प्रमुख केन्द्र बन गया है।
राज्य शासन के मंशा अनुरूप वर्तमान में इस अस्पताल में सर्वसुविधायुक्त भवन, विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति तथा यहां आने वाले मरीजों को रियातदर पर दवाईयां एवं अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जरूरी दवाईयां एवं उपकरण तथा अन्य सामाग्री की समुचित उपलब्धता हाने से इस अस्पताल में ग्रामीण अंचल के लोगों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ता है। इसके साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों के होने से गंभीर बीमारियों का इलाज भी हो पा रहा है। महारानी अस्पताल जगदलपुर में आयुर्वेद चिकित्सा का लाभ मिल सके इसके लिए 23 नवम्बर 2019 को सुश्रृत एवं धन्वतरी भवन का निर्माण किया गया था। धन्वतरी भवन में बाह्य रोगी विभाग के अलावा सुश्रृत भवन में 24 घंटे आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं, डिजिटल एक्सरे, सोनाग्राफी, गहन चिकित्सा ईकाई, माड्यूलर एवं सेमी माड्यूलर, ऑपरेशन थियेटर में अस्थि एवं शल्य रोग चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
वर्तमान में इस अस्पताल में 25 विशेषज्ञ चिकित्सक, 8 चिकित्सा अधिकारी, 90 स्टॉप नर्स, 20 लैब टेक्नीशियन एवं अन्य स्टॉप कार्यरत है। इस अस्पताल के सभी सुविधाओं से सुसज्जित होने के फलस्वरूप वर्तमान में अस्पताल के बाहय रोगी विभाग में प्रतिदिन आने वाले मरीजों की संख्या में आश्चर्यजनक वृद्धि हुई है। वर्तमान में प्रतिदिन 450 से 600 तक मरीज बाहय रोगी विभाग में आ रहे हैं। मरीजों को आपातकालीन सेवाएं प्रदान करने के लिए अस्पताल का अमला पूरे समय मुस्तैद रहता है। वर्तमान में इस अस्पताल में वेंटीलेटर, मॉनीटर, डिजिटल एक्सरे मशीन आदि शल्य चिकित्सा के कई आधुनिक उपकरण उपलब्ध है। इस प्रकार से राज्य सरकार द्वारा अस्पताल को सुर्वसुविधायुक्त बनाने से यह अस्पताल बस्तर एवं छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख चिकित्सा संस्थान के रूप स्थापित होकर वनांचल तथा सम्पूर्णं बस्तर संभाग के लोगों के लिए जीवन रेखा बन गया है।

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