रायपुर जिले के सभी गौठान गांवों के ग्रामीणों ने लिया ‘रोका-छेका‘ का संकल्प


आदर्श गौठान बनचरौदा में उन्नत नर्सरी स्थापित
किसानों को दलहन बीज मिनी किट और फलदार पौधे का निःशुल्क वितरण


रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा की अनुरूप पशुओं से फसलों की सुरक्षा के लिए रायपुर जिले के सभी गौठान ग्रामों में आज रोका-छेका का कार्यक्रम आयोजित हुआ। ग्रामीणोें ने पशुओं को गौठान में भेजने तथा उन्हें खुले में चरने के लिए न छोड़ने का संकल्प लिया। इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा फसलों की वैज्ञानिक विधि से बुआई के साथ ही कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गई। किसानों को दलहन बीज मिनी किट और फलदार पौधों का निःशुल्क वितरण किया गया।

कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता एवं कृषि संचालक श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की विशेष मौजूदगी में रायपुर जिले आदर्श गौठान ग्राम बनचरौदा में रोका-छेका कार्यक्रम का आयोजन हुआ। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने इस मौके पर बनचरौदा गौठान में उन्नत तकनीक से विभिन्न प्रजातियों के पौधे तैयार करने के लिए नर्सरी का शुभारंभ किया। इस नर्सरी का संचालन महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा। नर्सरी में तैयार होने वाले पौधों का विक्रय निर्धारित दर पर किया जाएगा। इस नर्सरी से पौधे अन्य जिलों को भी उपलब्ध कराए जाएंगे। कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने इस अवसर पर ग्रामीणों एवं किसानों को रोका-छेका कार्यक्रम की महत्ता के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह छत्तीसगढ़ की पुरानी परंपरा है। वर्तमान समय में इस परंपरा का पालन न होने से फसलों का नुकसान होने के साथ ही पशुओं के स्वास्थ्य पर भी बारिश के दिनों में खुले में चरने से विपरीत प्रभाव पड़ता है। फसलों की सुरक्षा और पशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए रोका-छेका की परंपरा प्रभावी है। उन्होंने ग्रामीणों से पशुओं को खुले में न छोड़ने तथा नियमित रूप से चरवाहे की देखरेख में गौठान में भेजने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

इस अवसर पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने बनचरौदा गौठान में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित आयमूलक गतिविधियों का अवलोकन किया। महिला समूहों द्वारा गौठान में वर्मी खाद का उत्पादन, कुक्कुट पालन, गोबर से गमला निर्माण तथा जैविक कीटनाशक का उत्पादन किया जा रहा है। उन्होंने महिला समूहों के स्वालंबन के कार्य की सराहना की। कृषि उत्पादन आयुक्त ने इस मौके पर किसानों कोे धान के बदले मक्का, दलहन और तिलहन की खेती के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि कृषि विभाग द्वारा किसानों को इसके लिए आवश्यक मार्गदर्शन और सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने गौठान में वर्मी कम्पोस्ट के लिए पक्का टांका बनाने के निर्देश दिए। संचालक कृषि श्री क्षीरसागर ने दलहन-तिलहन की खेती को बढ़ावा देने पर जोर दिया तथा बनचरौदा को राष्ट्रीय स्तर पर आदर्श ग्राम गौठान के रूप में पुरस्कार मिलने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। रोका-छेका कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग द्वारा बनचरौदा गांव के 30 कृषकों को उड़द एवं अरहर का बीज तथा उद्यानिकी विभाग द्वारा मुनगा, नीबू, कटहल आदि के पौधों का निःशुल्क वितरण किया गया। इस मौके पर आदर्श गौठान बनचरौदा में अतिथियों सहित ग्रामीणों ने पौधरोपरण किया। इस अवसर पर अपर संचालक कृषि श्री केरकेट्टा, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री गौरव सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी, जनपद सदस्य श्री किशोर साहू एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।

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