कोरोनावायरस को लेकर केंद्र सरकार की नाकामी पर बृजमोहन अग्रवाल ने चुप्पी क्यों साध रखी है-कांग्रेस
रायपुर/ 15 जून 2020। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने बीजेपी के विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि बृजमोहन अग्रवाल राज्य की भूपेश सरकार पर वैश्विक महामारी कोविड-19 को प्रदेश में नियंत्रित करने की विफलता का बेजा और नकारात्मक प्रलाप बार-बार करना बंद करें। जितनी मुस्तैदी और सजगता से छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के संक्रमण को काबू में लाया जा रहा है वह अपने आप में उदाहरण है। उन्हें मशविरा देने एवं आरोप लगाने का और सुर्खियों में बने रहने का इतना ही शौक है तो पलट कर मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश की नाकाम भाजपा सरकारों पर नजर रखनी चाहिए, जहां ना समुचित बेड की उपलब्धता है और ना ही टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है और संक्रमण को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है,फलस्वरुप लोग बेमौत मारे जा रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में प्रवासी मजदूरों की घर वापसी के पश्चात कोरोनावायरस की संख्या में अवश्य वृद्धि हुई है और कुछ मौतें भी हुई है। इसका यह कतई मतलब नहीं है, कि स्थिति नियंत्रण में नहीं है। कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से सजग है। साथ ही विषम परिस्थितियों के लिए पूर्ण रूप से तैयार भी है और प्रदेश में टेस्टिंग क्षमता तथा मरीजों के लिए बेड की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि की जा रही है।
मोहम्मद असलम ने कहा है कि बृजमोहन अग्रवाल ने जितनी भी कमियां बताने का प्रयास किया है, उसके लिए केंद्र की मोदी सरकार जिम्मेदार है। कोरोना संक्रमण के पश्चात नागरिकों को दी जाने वाली सुविधा का कोई असर दूर-दूर तक परिलक्षित नहीं हो रहा है। 20 लाख करोड़ की सुविधा का लाभ अभी भी पहेली बना हुआ है। गरीबों की जेब में सीधे पैसे डालने से केंद्र सरकार बच रही है, जिसका दुष्प्रभाव निचले वर्ग के लोगों पर पड़ रहा है। केंद्र की मोदी सरकार ने ताली- थाली बजवाकर तथा रोशनी करवाकर केवल जनता को दिग्भ्रमित किया है। मध्यमवर्ग को गरीबी रेखा में लाने वाली और प्रवासी मजदूरों को भूखों मरने और उन्हें अपने हाल पर छोड़ देने के लिए मजबूर करने वाली भाजपा सरकार से जनता पूरी तरह वाकिफ हो चुकी है। इस पर बृजमोहन अग्रवाल ने चुप्पी क्यों साध रखी है?