हजारो गौ वंश के हत्या के आरोप से ग्रसित भाजपा नेता हाथियों के मौत का बहाना लेकर सवाल कर रहे है
पूर्व गौ सेवा आयोग अध्यक्ष पर कमीशनखोरी के आरोप पर क्यो खामोश रहे बृजमोहन अग्रवाल
रायपुर/13 जून 2020। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने भाजपा विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि आज हाथियों के मौत पर प्रदेश को कब्रगाह की संज्ञा देने वाले भाजपा के पूर्व कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल को बताना चाहिए कि उनके शासनकाल में लगभग आठ हजार से अधिक गौवंश की मौत भूख से हुई थी और लगातार गौवंशयो की हत्या और तस्करी अनवरत चल रही थी। लगातार भाजपा चुनाव में गौ माता और गौवंश की बात तो करती थी लेकिन उन्हीं के शासनकाल में और जबकि भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल खुद इस विभाग के प्रमुख रहे उस समय पूर्व गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विश्वेश्वर पटेल पर उन्हीं के पार्टी के नेता और गौवंश के हत्या के आरोपी ने यह सनसनीखेज बयान देकर कहा था कि गौवंश के चारा और उनके भोजन में हुवे घोटाले पर मोटा कमीशन भाजपा और आरएसएस के नेता विश्वेश्वर पटेल मांगा करते थे जिसके कारण वह मजबूरन गौवंश का भोजन कम देते थे इतने बड़े खुलासे पर तत्कालीन कृषि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की चुप्पी प्रदेश की जनता के समझ से परे था।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि प्रदेश में हाथियों पर जो मौत हुई है उस पर वन मंत्री मोहम्मद अकबर संजीदा और गंभीर हैं और इस घटना को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने एक जांच कमेटी गठित की है जो अपनी रिपोर्ट 30 दिन के अंदर प्रस्तुत करेगी लेकिन पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा के विधायक बृजमोहन अग्रवाल को प्रदेश की जनता और गौ प्रेमियों को यह बताना चाहिए कि उन्होंने प्रदेश में उनके शासनकाल में हुए आठ हजार से अधिक गौवंश की भूख से मौत पर कौन सी जांच कमेटी गठित की थी और किन-किन दोषियों पर उन्होंने अपने अधो हस्ताक्षर युक्त कार्रवाई करने के लिए आदेश जारी किया था। केवल हाथियों की मौत पर बयान देकर अपने समय में हुए गौवंश की भूख से मौत भारतीय जनता पार्टी का क्या कहना है यह बात प्रदेश की जनता जानना चाहती है। पूर्व कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने गौ माता और गोवंश के हत्यारों पर क्या कार्यवाही करने के लिए अपने अधो हस्ताक्षर युक्त आदेश जारी किए थे उसको जनता के सामने लाना भाजपा का दायित्व है।