गौठान से महिला स्व सहायता समुह की महिलाओं को मिली आजीविका

स्व सहायता समुह की महिलाये जैविक खाद् से कर रही है सब्जी उत्पादन

बेमेतरा ”जहाँ चाह वहाँ राह“ कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से किसी भी काम में सफलता मिलती ही है। ऐसा ही ग्राम पंचायत खाती की स्व-सहायता समुह की बहनों (महिलाओं) ने कर दिखाया जिन्होने लगातार पिछले ढाई माह से कड़ी मेहनत कर स्वीकृत चारागाह की भूमि में सब्जी-भाजी का उत्पादन कार्य शुरू किया एवं उसे अपने आजीविका साधन के रूप में प्राप्त किया।
शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरूवा, घुरूवा, बाड़ी के तहत जनपद पंचायत साजा के ग्राम पंचायत खाती के आश्रित ग्राम गाड़ाघाट में बनाये गये गौठान में कान्हा महिला स्व सहायता समुह की महिलाओं को जोड़ा गया। समुह की सभी 15 महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया एवं गौठान के उद्देश्य को समझाया गया, उन्हे गौठान की खाली जमीन पर सब्जी उगाने के लिये प्रेरित किया गया एवं यह बताया गया इससे होने वाली कमाई से वे अपने व अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बना सकते है। प्रशिक्षण पश्चात समुह ने गौठान की खाली जमीन को जुताई कर उसमें पालक, मेथी, धनिया, मुली आदि लगाये। आज कान्हा महिला स्व सहायता समुह की महिलाओं के दिन रात की मेहनत से उनकी बाड़ी तैयार हो गई है एवं कुछ सब्जियां काटने लायक हो गई है जिन्हे काट कर समुह की महिलाये ही नजदीकी मंडी मे ले जाकर उसका विक्रय करेंगे। इस बाड़ी की खास बात यह भी है कि इसमे किसी भी रासायनिक खाद का उपयोग नही किया गया है, इसका उत्पादन पूर्ण रूप से जैविक खाद का ही उपयोग किया गया है जिसकी वजह से अभी से आसपास के लोगो में काफी मांग हो रही है। जिससे महिला स्व सहायता समुह काफी उत्साहित है एवं भविष्य में इससे अधिक जमीन में काम करने को तैयार है। अब कान्हा महिला स्व सहायता समुह गांव के अन्य महिलायों के लिये प्रेरणास्त्रोत का कार्य कर रही है।

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