धान उगाने वाले किसानों को प्रतिक्विंटल सिर्फ 53 रू. देने वाली मोदी सरकार किसानों को 53 हजार करोड़ देने वाली भूपेश सरकार के मुकाबले में कहीं नहीं
रायपुर/03 जून 2020। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि धान उगाने वाले किसानों को प्रतिक्विंटल सिर्फ 53 रू. देने वाली मोदी सरकार किसानों को 53 हजार करोड़ देने वाली भूपेश सरकार के मुकाबले में कहीं नहीं है। आईएएनएस सी-वोटर ने देश में सर्वे किया, हम सभी छत्तीसगढ़वासियों के लिये गौरव की बात है कि हमारे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी ने टॉप-2 में अपना स्थान बनाया है। जिस तरीके से छत्तीसगढ़ की मनरेगा का क्रियान्वयन किया है, जिस तरीके से किसानों को धान का 2500 रू. दाम मिला, जिस तरीके से छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्ज माफी हुई, ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री जी ने जो कदम उठाए हैं। उसके परिणाम स्वरूप जो पूरे देश में मंदी है, किन्तु छत्तीसगढ़ में अर्थव्यवस्था में अच्छा सुधार देखने को मिला है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की नीतियां गरीब समर्थक, व्यापारी समर्थक, किसान समर्थक, व्यापारी समर्थक, मजदूर समर्थक और समाज के हर वर्ग का समर्थन कांग्रेस सरकार को और सरकार के मुखिया भूपेश बघेल को मिल रहा है और यही सब सर्वे में परिलक्षित होगा।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि आईएएनएस सी-वोटर का सर्वे हुआ है। निश्चित रूप से सर्वे सैंपल साइज और बहुत सारी अन्य चीजों पर निर्भर करती है लेकिन जिस तरीके से देश के मुख्यमंत्रियों में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का टॉप-2 में स्थान बनाना यह छत्तीसगढ़ की जनता का उनके प्रति स्नेह और उनके कार्यों का जनता का मुहर है। जिस तरीके से छत्तीसगढ़ में किसानों की कर्ज माफी हुई, जिस तरीके से किसानों को 2500 रू. धान का दाम मिला, मनरेगा में देश में पहले स्थान पर छत्तीसगढ़ है। मजदूरों के हितों का ध्यान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार ने रखा जब पूरे देश में मंदी थी तो छत्तीसगढ़ में अर्थव्यवस्था में जो सुधार आया है ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्रगति हुआ, हर सेक्टर आगे बढ़ा यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की नीतियों का ही परिणाम है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को टॉप-2 मुख्यमंत्रियों में चुना जाना हम सबके लिए पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है। 15 साल भाजपा के सरकार में जिस तरीके से किसानों की उपेक्षा की गई, किसानों को आत्महत्या को मजबूर किया गया, मजदूरों की उपेक्षा की गई, प्रदेश में जो कानून व्यवस्था की स्थिति घोटाले भ्रष्टाचार छत्तीसगढ़ के दिन प्रतिदिन का। भूपेश बघेल जी के मुख्यमंत्री बनने के बाद छत्तीसगढ़ में सभी हितों का ध्यान सबके हितों का ध्यान रखकर छत्तीसगढ़ को विकास के रास्ते आगे बढ़ाने का काम कांग्रेस की सरकार, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार कर रही है। सबसे बड़ी चुनौती और जिस प्रकार से नियम से घोटाले भ्रष्टाचार हो रही थी। भाजपा के सरकार में जिस प्रकार से राज्य में प्रजातांत्रिक गतिविधियों को बाधित किया गया था। भाजपा की सरकार में जिस प्रकार से प्रेस पर हमले हो रहे थे, जिस प्रकार से जनप्रतिनिधियों की खरीद-फरोख्त होती थी। इन सारी चुनौतियों का बखूबी मुकाबला करते हुए और कोरोना की समस्या की चुनौती का भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बखूबी सामना किया है। जिस प्रकार से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने होली मिलन का कार्यक्रमों से परहेज किया, जिस तरीके से स्कूल-कॉलेज 13 मार्च से छत्तीसगढ़ में बंद की गयी। छत्तीसगढ़ बंद करने का निर्णय लिया। कटघोरा में जब संक्रमण फैला उसकी प्रभावी रोकथाम पर रोक लगाई गई। एक तरफ गुजरात और मध्यप्रदेश जैसे प्रदेशों की स्थिति हम लोग देख रहे हैं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ है जहां स्थिति नियंत्रण में है। छत्तीसगढ़ में लाखों प्रवासी मजदूर बाहर से आये। बहुत सारे मजदूर संक्रमित थे। जो आए उनमें सैकड़ों संक्रमित पाये गये। लाखों मजदूर वापस आए लेकिन भूपेश बघेल जी की सरकार ने पूरी स्थिति को बखूबी नियंत्रित किया। केंद्र सरकार से सहयोग नहीं मिलने के बावजूद छत्तीसगढ़ के किसानों के धान से बना सेंट्रल पूल में नहीं लिया जाएगा, इसके बावजूद किसान न्याय योजना राजीव गांधीजी के पुण्य तिथि के दिन से भूपेश बघेल जी की सरकार ने लागू की। केन्द्र द्वारा मनरेगा की पूरी राशि का भुगतान न किये जाने के बावजूद भूपेश बघेल जी की सरकार ने मनरेगा में पहला स्थान अर्जित किया और छत्तीसगढ़ को विकास के रास्ते आगे ले जाने का काम कर रहे है।
कोरोना संक्रमण के दौर में बड़ी उपलब्धि
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि कोरोना संक्रमणकाल ने देशभर की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ दी है। उद्योग बंद है और बेरोजगारी व महंगाई की मार से जनता त्रस्त है। ऐसे में छत्तीसगढ़ ने महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों को पछाड़कर जनता की कसौटी में खड़ा उतरने का काम किया गया है। खास बात यह है कि अन्य राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण के मरीजो की संख्या भी बहुत कम है। यहां अब तक सिर्फ दो मौत हुई है।