अर्जुनी – नौतपा की तपन में जिंदगी झुलस रही थी आसमान से बरस रहे अंगारों से भीषण गर्मी चरम सीमा पर पहुंच गई थी दिन में चिलचिलाती गर्मी से झुलस रहा था तो रातें भी तप रही थी नौतपा की भीषण गर्मी से बचने सुबह 9 बजे से ही लोग घरों में रहकर पंखा कूलर के सहारे जिंदगी काट रहे थे। 31 मई की शाम भी हुवी बारिश से कुछ हद तक लोगों को राहत तो मिला लेकिन एक जून को सुबह से ही नौतपा की तपन अपना रौद्र रूप दिखाना चालू कर दिया था तो वही नौतपा की अंतिम दिन 2 जून दिन मंगलवार को सुबह से ही मौसम का मिजाज बदल गया था जो 12 बजे के आसपास हुई बारिश से नौतपा की तपन ठंडक में बदल गई। बारिश से जहां मौसम सुहाना हुआ तो लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिली। ज्ञात हो कि नौतपा के शुरुआती तीन दिनो से जमकर धूप होने के कारण लोगो का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया था। धूप के कारण तपन और ऊपर से गर्म हवाओं के थपेड़ों के कारण लोग हलाकान थे ।वंही आज नौतपा के अंतिम दिन बारिश और ठंडी हवाओं से लोगो को गर्मी से राहत मिला जिसके चलते मुख्य मार्ग व बाज़ारों में भी काफी चहल पहल देखने को मिला।