भोपाल : मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के उपचार की बेहतर से बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रदेश में बड़ी संख्या में फीवर क्लीनिक ने भी काम करना चालू कर दिया है। कोरोना रिकवरी रेट बढ़कर 51 प्रतिशत हो गई है। सभी कलेक्टर्स जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाएं तथा गाइडलाइन के अनुसार दी गई छूट ही दी जाएं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, डीजीपी श्री विवेक जौहरी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला आदि उपस्थित थे।
फीवर क्लीनिक में 27 हजार 484 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री सुलेमान ने बताया कि प्रदेश के एक हजार 496 फीवर क्लीनिक में 27 हजार 484 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। इनमें से 24 हजार 505 को होम आइसोलेशन की सलाह दी गई, 6 हजार 415 व्यक्तियों के सैम्पल लिए गए जिनमें से 2 हजार 824 व्यक्तियों को कोविड केयर सेंटर/अस्पतालों में भिजवाया गया।
उज्जैन में 06 लाख 34 हजार व्यक्तियों का सर्वे हुआ
उज्जैन जिले की समीक्षा में बताया गया कि उज्जैन जिले में 06 लाख 34 हजार व्यक्तियों का स्वास्थ्य सर्वे कर लिया गया है। जिले का नागदा क्षेत्र संक्रमण मुक्त हो गया है। आगामी दो-तीन दिन में ट्रॉमा सेंटर कोविड अस्पताल के रूप में कार्य करना चालू कर देगा। उज्जैन कलेक्टर को 10 और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
नया डिस्चार्ज क्राइटेरिया
एसीएस हैल्थ श्री सुलेमान ने बताया कि नए डिस्चार्ज क्राइटेरिया के अनुसार कोरोना मरीजों को, जिनका स्वास्थ्य सही हो, कोरोना के लक्षण न हो तथा गत तीन दिनों से बुखार नहीं आ रहा हो तो अब 10 दिन में डिस्चार्ज किया जा सकेगा। इसके पश्चात उन्हें 07 दिन होम आइसोलेशन में रहना ड़ेगा।