नगरी के श्रृंगी ऋषि उच्चतर माध्यमिक शाला परिसर में आयोजित हुआ कार्यक्रम
धमतरी, आज नगरी का शासकीय श्रृंगी ऋषि उच्चतर माध्यमिक विद्यालय महिलाओं की एकता, सामाजिक और आर्थिक जागरूकता का एक बार फिर गवाह बना, जब इस आदिवासी बाहुल्य विकासखंड के मुख्यालय में ’दीदी मड़ई’ का आयोजन हुआ। महानदी महिला संघ के इस वार्षिक अधिवेशन में सात हजार से अधिक महिलाएं शामिल हुईं। राष्ट्रीय आजीविका मिशन और बिहान के तहत गठित नगरी में 2107 महिला स्व सहायता समूह के संगठन को महानदी महिला संघ के नाम से जाना जाता है। इसके अन्तर्गत 24 हजार से अधिक महिलाएं जुड़कर महिला सशक्तीकरण, सामाजिक और आर्थिक विकास के पथ में आगे बढ़ रही है।
सुबह 11 बजे से आयोजित इस अधिवेशन को संबोधित करते हुए मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और सिहावा विधायक डॉ. लक्ष्मी ध्रुव ने मुख्य अतिथि की आसंदी से महिला शक्ति को नमन किया। उन्होंने आगे कहा कि यहां की महिलाएं एकता और साहस का परिचय देते हुए आर्थिक-सामाजिक सशक्तीकरण के विभिन्न कार्यों से जुड़ी हैं, जो कि सराहनीय और प्रेरणादायक है। उनका मानना है कि परिवार में संतुलन जरूरी है, इसके लिए महिलाएं शिक्षा जरूर प्राप्त करें। उन्होंने अपने उद्बोधन में शिक्षा के साथ श्रम की महत्ता पर भी जोर दिया। मिशन संचालक राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन श्री अभिजीत सिंह ने अपने उद्बोधन में बताया कि आज महिलाएं सभी क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। आज का दीदी मड़ई जो केवल महिलाओं द्वारा आयोजित किया गया है, यह उसका जीता जागता मिसाल है। उन्होंने महिला समूहों को प्रेरित किया कि वे विभिन्न क्षेत्र में जनजागरुकता लाने का कार्य करें। उन्होंने यह भी बताया इस वित्तीय वर्ष में कुरूद विकासखंड का बिहान राष्ट्र में पहले स्थान पर आया है, जो कि ना केवल जिला बल्कि राज्य के लिए भी गौरव की बात है।
विशेष सचिव खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री एलेक्स पॉल मेनन ने कहा कि वे जब मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत धमतरी थे, तब से महिला स्व-सहायता समूहों के गठन के साथ ही महिलाओं को समाज की मुख्य धारा में लाने का प्रयास ग्राम छिंदभर्री से शुरू किया था। उन्होंने कहा कि नगरी में वर्ष 2011 से दीदी मड़ई की शुरुआत की गई थी। श्री मेनन ने महिलाओं की भीड़ और उनके स्टॉल देख काफी गर्व महसूस करते हुए कहा कि धमतरी जिले की महिलाएं नारी स्वावलंबन की मिसाल बन चुकी हैं। अपने पैसों से इतने बड़े कार्यक्रम का आयोजन और खुद संचालन निःसंदेह बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि नगरी की दीदियों ने अपने लगन और एकता के बल पर यह साबित कर दिया है कि वे पुरुषों से कम नहीं। इस मौके पर उन्होंने उपस्थित महिलाओं से अपील किया कि वे पंचायतों एवं ग्राम सभाओं में जाकर शासन की योजनाओं का लाभ अधिक से अधिक पात्र हितग्राहियों को दिलाएं।
इस मौके पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती नम्रता गांधी ने उपस्थित महिलाओं का आह्वान किया कि वे अपने लिए भी जिएं, रोज नए ख्वाब और उमंग से दिन की शुरुवात करें। क्यूंकि अगर महिलाएं खुश रहेंगी तो परिवार भी खुश रहेगा। इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र से कुपोषण मिटाने के लिए महिलाओं को संकल्प लेने कहा। ज्ञात हो कि नगरी के समूह की महिलाओं की भागीदारी से आयोजित होने वाले इस वार्षिक अधिवेशन में ना केवल समूह की महिलाएं, बल्कि अन्य महिलाओं को भी आमंत्रित किया जाता है, जिससे कि उनसे भी समूह के अनुभव साझा कर उन्हें समूह से जुड़ने प्रेरित किया जाए।
आज के इस कार्यक्रम में सबसे पहले समूह की महिलाओं ने शहर में रैली निकाली और महिला सशक्तिकरण के लिए शपथ लिए। साथ ही महानदी महिला संघ के लोगों का भी उद्घाटन सिहावा विधायक के हाथों किया गया। इस अवसर पर समूह की महिलाओं द्वारा मनोरंजक सांस्कृतिक कार्यक्रम के जरिए विभिन्न विषयों पर जागरूकता सम्बन्धी प्रस्तुति दी गई। यहां इन महिला समूहों द्वारा 42 स्टाल लगाकर अपने गतिविधियों को प्रदर्शित किया गया। साथ ही कृषि, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास और पशुपालन विभाग के विभागीय स्टाल भी लगाए गए। आज के कार्यक्रम में जनपद अध्यक्ष श्रीमती दिनेश्वरी नेताम, उपाध्यक्ष श्री हूमेश लिमजा सहित अन्य जनप्रतिनिधि और महिलाएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहीं।