रायपुर लॉकडाउन के कारण देश के अन्य राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूर छत्तीसगढ़ सरकार की मदद से अपने गांव और नगर में वापस लौटकर अपने क्षेत्रों को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए खुशी-खुशी क्वारंटाइन अवधि पूरी कर रहे हैं। क्वारंटाइन सेन्टर में उन्हें सभी जरूरी सुविधाऐं दी जा रही है। इसके साथ ही स्वास्थ्य कर्मचारियों द्वारा लगातार उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेने के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी सभी निर्देशों का पालन कराया जा रहा है। शासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए स्थानीय निकाय और पंचायतों द्वारा प्रवासी मजदूरों की आवश्यकताओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। इसके लिए एक निगरानी समिति भी बनायी गयी है, जिसमें नगर पंचायत के कर्मचारी, एसपीओ और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शामिल किया गया है। बिलासपुर जिले के तखतपुर विकासखंड के ग्राम नेवरा में शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में बनाए गए क्वारंटाइन सेन्टर में 32 प्रवासी मजदूर रखे गए हैं, जो महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, गुजरात आदि प्रदेशों की यात्रा कर लौटकर आए हैं। इसी तरह करगीरोड (कोटा) के शासकीय प्री मैट्रिक अनुसूचितजाति-जनजाति बालक छात्रावास में बनाए गए क्वारंटाइन सेन्टर में लखनऊ, मुबई, पुना, भोपाल, हैदराबाद आदि के 28 प्रवासी मजदूरों को ठहराया गया है। क्वारंटाइन सेन्टर में रूके रविन्द्र श्रीवास, संगम कुमार श्याम, विजय सिंह श्याम, इत्यादि प्रवासी मजदूरों ने बताया कि यहां की व्यवस्था से वे पूरी तरह से संतुष्ट हैं और कोरोना महामारी से स्वयं और दूसरों को बचाने के लिए सरकार द्वारा बनाए गए क्वारंटाइन के नियमों का पूरी तरह से पालन कर रहे हैं।