सोन नदी में प्रदूषण केमिकल एवं रसायनयुक्त जल बहाव की जांच उपरांत कठोर दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग श्रीमती गीता गुप्ता
अनूपपुर।मैकल पर्वत श्रृंखला अमरकंटक नगरी जहां से नर्मदा एवं सोन नदी जैसी पवित्र नदियों की उद्गम स्थल और उसकी तलहटी पर बसा कोयलांचल एवं औद्योगिक नगरी बरगवां अमलाई जो की निरंतर इन उद्योगों से निकलने वाले रसायन केमिकल युक्त हवा पानी मृदा के वर्षों से निरंतर प्रयोग करने की वजह से भीषण रोगों एवं बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं यहां की हवाओं में इस प्रकार पर्यावरण को प्रदूषित किया जा रहा है जहां पर सांस लेना भी दूभर है एवं उद्योगों के संचालन के कारण यहां की निवासरत आबादी शोर गुल से त्रस्त है यही नहीं सोन नदी जैसे पवित्र नदियों को चोरी छुपे वर्षों से उद्योग से निकलने वाली कई प्रकार की रसायन एवं केमिकल युक्त पानी का बहाव खुले तौर पर ओरिएंट पेपर मिल प्रबंधन द्वारा अपने सह उद्योग सोडा कास्टिक यूनिट जहां पर खतरनाक हाइड्रोजन क्लोरीन हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एसिड एवं कास्टिक ब्लीचिंग पाउडर जैसी रासायनिक पदार्थ का उत्पादन कार्य किया जाता है।
इस प्रकार सोन नदी जैसी पवित्र नदी में गंदगी एवं रसायन युक्त पानी के बहाव को लेकर नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती गीता गुप्ता के द्वारा ओरिएंट पेपर मिल अमलाई एवं सोडा कास्टिक यूनिट ओरिएंट पेपर में अप्लाई के खिलाफ जिनके द्वारा जनहित को लेकर किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया जाता है जिसमें वातावरण को प्रभावित कर रहे हवा में (स्लो प्वाइजन) धीमी जहर की तरह घुलकर रसायन एवं केमिकल यहां के निवासरक आबादी के जनजीवन को प्रभावित कर रहे हैं उसके आवाज में उद्योग प्रबंधन के द्वारा किसी भी प्रकार का बुनियादी एवं मूलभूत सुविधाओं के साथ पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर अपनी सजगता नहीं दिखाई जाती है इस पर नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती गीता गुप्ता ने कहा कि जिस प्रकार सोन नदी की जलधारा को प्रदूषित किया जा रहा है और यहां के निवासरण जनसंख्या को बीमारियों की सौगात दी जा रही है ऐसे में शासन और प्रशासन को बड़ी शक्ति के साथ प्रभावित जन समुदाय एवं वातावरण को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए अंकुश लगाना अत्यंत आवश्यक है। मानवीय जनजीवन के साथ जीव जंतु पशु पक्षी जलीय जीवों के लिए इनके द्वारा फैलाया जा रहा प्रदूषण हानिकारक है। इस प्रकार इस गंभीर समस्या को लेकर नगर परिषद की अध्यक्ष श्रीमती गीता गुप्ता ने पत्र लिखकर महामहिम राष्ट्रपति महोदय एवं परमआदरणीय प्रधानमंत्री एवं संबंधित विभागों को अवगत कराते हुए सूक्ष्म जांच करने के साथ इनके ऊपर कठोर दंडात्मक कार्यवाही करने की मांग की है।