रायपुर। भारत सरकार द्वारा 22 मार्च 2020 के पश्चात लॉकडाउन किया गया है भारत सरकार की आदेश के पालन में छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा राज्य की समस्त मदिरा दुकान बार एवं क्लब को बंद कर दिया गया समस्त दुकाने 03 मई 2020 तक बंद रखी गई भारत सरकार की आदेश दिनांक 1 मई 2020 के पालन में दिनांक 4 मई 2020 में दिए गए दिशा निर्देश के अनुसार मदिरा दुकान शुरू की गई बीजेपी के कथनी और करनी में अंतर साफ है रायपुर पश्चिम के कांग्रेस प्रवक्ता डॉ.विकास पाठक ने बताया कि पूर्व की बीजेपी छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी की लोकप्रियता से घबराई हुई है यहाँ जानता ने जिस तरह काँग्रेस पर भरोसा कर बीजेपी को नकारा है इसमे बीजेपी की घबराहट ओर बौखलाहट साफ-साफ दिखाई देती है बीजेपी ने इन 15 सालों में एक नहीं कई बार पूर्ण शराबबंदी की घोषणा कई जगह पर सार्वजनिक रूप से,समाचार पत्रों के माध्यम से किए पर उस पर अमल कभी नहीं किया इससे बीजेपी के कथनी और करनी में अंतर साफ और स्पष्ट दिखाई देता है।
जब राज्य में लॉकडाउन के चलते समस्त शराब दुकानें बंद रखी हुई थी तब राज्य में शराब दुकान बंद की अवधि में बहुत अधिक मात्रा में अवैध शराब भाजपा शासित प्रदेशों में से राज्य में बेचा गया राज्य में इस अवधि में 200 से अधिक प्रकरण कायम कर लोगों को जेल भेजा गया विकास पाठक ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने 17 जून 2011 को सार्वजनिक घोषणा की थी कि हमारी सरकार ने शराबबंदी की मानसिकता बना ली है, उसके बाद भी शराबबंदी नहीं की गई। इसके पश्चात बिहार के चुनावी रैली में रमन सिंह ने खुद एक बड़ा ऐलान किया कि वह अपने राज्य में पूर्ण रूप से शराब बंदी लागू करेंगे परंतु इस बार भी इन्होंने शराबबंदी लागू नहीं किया, जो सीधे तौर पर कथनी और करनी पर अंतर दर्शाता है इसी के पश्चात बीजेपी के पूर्व आबकारी मंत्री अमर अग्रवाल ने 22 मार्च 2014 समाचार पत्र में दिए गए इंटरव्यू में कहा था पूरे प्रदेश में कहीं भी कानून के माध्यम से शराबबंदी सफल नहीं हो सकती इससे यह स्पष्ट होता है कि बीजेपी शुरू से ही शराबबंदी के खिलाफ थी और आज यही जोर जोर से चिल्ला चिल्ला कर शराबबंदी की बात कर रहे है काँग्रेस जो कहती है वह करती है कांग्रेस ने अपने दिए गए घोषणाओं में से आधे से अधिक घोषणा को पूर्ण किया है राज्य में भी 50 शराब दुकान बंद करना शराबबंदी की ओर बढ़ाया गया एक सफल कदम है राज्य में शराब बंदी लागू करने के लिए समिति का गठन किया जिसमें राज्य में नशा मुक्ति केंद्र की स्थापना नशे के दुष्प्रभाव प्रचार प्रसार आदि के लिए गजब आधार का निर्णय सरकार द्वारा दिया गया है।