नई दिल्ली, 7 अगस्त 2023। विनिर्माण क्षेत्र में देश के सबसे बड़े एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम की अनुषंगी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने प्रचालन में नियुक्त एलजीबीटीक्यूप्लस कर्मचारियों के कल्याण की दिषा में विशिष्ट समावेशी पहल करते हुए ‘लिंग पुनर्पुष्टि अवकाष एवं मुआवजा नीति’ क्रियान्वित की है। यह नीति वेदांता एल्यूमिनियम के समस्त प्रचालनों में कार्यरत ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिए लागू है।
इस नीति से लिंग पुनर्निर्धारण सर्जरी के इच्छुक जरूरतमंद कर्मचारियों को मदद मिलेगी। विविधता एवं समावेशन के प्रोत्साहन की दिषा में कंपनी की यह नीति अत्यंत महत्वपूर्ण है। चूंकि भारतीय विनिर्माण क्षेत्र में लिंग विविधता का अनुपात काफी कम है इस दृष्टि से वेदांता बालको की नीति औद्योगिक जगत के लिए बेहद प्रगतिषील एवं प्रेरणादायी है। बालको में कार्यरत दो ट्रांसजेंडर कर्मचारी इस नीति से लाभान्वित हो चुके हैं।
‘लिंग पुनर्पुष्टि अवकाष एवं मुआवजा नीति’ के अंतर्गत ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को एकमुष्त दो लाख रुपए दिए जाने का प्रावधान है जिसमें लिंग पुनर्निर्धारण सर्जरी में होने वाले चिकित्सकीय खर्च शामिल हैं। इसके अतिरिक्त 30 दिनों का सवैतनिक अवकाश दिया जाता है ताकि सर्जरी के बाद ट्रांसजेंडर कर्मचारी शारीरिक और मानसिक परिवर्तनों के बीच अपने स्वास्थ्य की देखभाल कर सकें।
बालको द्वारा अपने कर्मचारियों के लिए सर्वसुविधायुक्त विश्व स्तरीय टाउनशिप स्थापित है जिससे कंपनी को अपने विविधतापूर्ण कार्यबल के व्यक्तिगत विकास और नए आयामों की खोज की दिषा में उनके प्रोत्साहन के लिए उत्साहजनक वातावरण विकसित करने में मदद मिलती है।
नई नीति की अहमियत रेखांकित करते हुए वेदांता बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं पूर्णकालिक निदेषक श्री राजेष कुमार ने कहा, ’’ ट्रांसजेंडर समुदाय के कर्मचारियों को प्रगति के अवसर मुहैया कराने की दृष्टि से कंपनी की यह नीति मील का पत्थर साबित होगी। इससे ट्रांसजेंडर कर्मचारियों को सतत आजीविका के नए आयाम ढूंढने में मदद मिलेगी।
वेदांता बालको में हम ऐसा कार्यस्थल बनाने के लिए कटिबद्ध हैं जहां प्रत्येक टीम सदस्य हर दृष्टि से सशक्त महसूस करे तथा वे अपनी प्रतिभा एवं क्षमता के अनुरूप देष की उत्तरोत्तर प्रगति में योगदान सुनिष्चित कर सकें।’’
ट्रांसजेंडर वेलफेयर सोसाइटी की सदस्य और छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की अध्यक्ष सुश्री विद्या राजपूत ने इस पहल को सराहते हुए कहा, ’’ट्रांसजेंडर कर्मचारियों के लिंग पुनर्निर्धारण की दिषा में नीति बनाने पर मैं वेदांता बालको की प्रतिबद्धता की हार्दिक प्रशंसा करती हूं। देष के अग्रणी एल्यूमिनियम उत्पादक बालको ने लिंग पुनर्पुष्टि के महत्व को समझकर प्रभावी नीति निर्माण करते हुए औद्योगिक बिरादरी के लिए नई मिसाल बनाई है।’’
वर्तमान में वेदांता एल्यूमिनियम के सभी प्रचालनों में तकरीबन 30 ट्रांसजेंडर कर्मचारी संपत्ति सुरक्षा, सामग्रियों के आवागमन व आतिथ्य सत्कार संबंधी विविध कार्यों में संलग्न हैं। इनमें से 18 बालको में कार्यरत हैं। ट्रांसजेंडर समुदाय को समाज के हाशिए से निकाल कर उन्हें बड़े विनिर्माण प्रचालनों तक पहुंचाने में मदद की दिषा में वेदांता बालको द्वारा अपनाए गए त्रिस्तरीय तरीकों में शामिल हैं:
स्किल मैपिंग स्टडीज के जरिए बड़े विनिर्माण प्रचालनों में कार्य की दृष्टि से उपयुक्त एवं कौषलपूर्ण ट्रांसजेंडर पेशेवरों की पहचान व समीक्षा।
प्रचालन एवं व्यावहारिक कौषल तथा व्यवसाय संबंधी जानकारी हेतु नवनियुक्त ट्रांसजेंडरों के लिए व्यापक कौशल संवर्धन कार्यक्रमों का संचालन।
लिंग संवेदीकरण सत्रों के जरिए संयंत्र के कर्मचारियों को ट्रांसजेंडर नागरिकों की सामाजिक व मानसिक चुनौतियों से अवगत कराना तथा आधारभूत संरचनाओं में वृद्धि की अनुषंसा ताकि समावेशी एवं सक्षमकारी माहौल का निर्माण किया जा सके।