रायपुर, कोरोना वायरस के समुदाय में संक्रमण को रोकने के लिए इसके शुरुआती लक्षण के आधार पर मितानिन द्वारा राजधानी के शहरी इलाके के घर-घर सर्वे किया जा रहा है। लॉक डाउन के दौरान सोशल डिसटेंसिंग को कारगर मानते हुए महामारी के संक्रमण के फैलाव को रोकने लोगों में सूखा खांसी, सांस लेने में तकलीफ, हांफनाव बुखार आने जैसे लक्षणों की पहचान जा रही है।
रायपुर व बीरगांव नगर निगम क्षेत्र में 20 मार्च से शुरु हुए परिवार भ्रमण अभियान में 22 अप्रेल तक 1 लाख परिवारों के 5 लाख से ज्यादा लोगों का सर्वे किया गया। कोरोना वायरस से संबंधित 30 मार्च तक कुछ लोगों में सूखी खांसी व बुखार के मामूली लक्षण मिले जिनका स्थानीय स्तर पर इलाज करा लिया गया। वहीं एक अप्रेल से 22 अप्रेल के बीच में इस तरह के लक्षण कोई भी परिवार में नहीं मिला है।
शहरी मितानिन प्रोग्राम के कॉडिनेटर सुश्री रानू मिंज ने बताया, शहरी क्षेत्र में लगभग 1,155 मितानिनों द्वारा रोजाना परिवार भ्रमण कर समुदाय व पारा स्तर पर सर्वे कर लोगों को जागृत किया जा रहा है। वहीं सर्वे के दौरान कोरोना वायरल को लेकर कोई भी लक्षण नजर आने पर तत्काल संबंधित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सक को मरीज का रिपोर्ट भेजा जाता है। मितानिन कॉडिनेटर सुश्री मिंज ने बताया, रायपुर व बीरगांव नगर निगम क्षेत्र में 2.20 लाख परिवारों के लगभग 17 लाख की जनसंख्या निवासरत् हैं। राज्य शासन द्वारामितानिनों को कोरोना वायरस के संदर्भ में कार्य करने के लिए प्रोत्साहन राशि भी प्रदान किया जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण से समुदाय के बचाव के लिए वर्तमान परिदृश्य में व्यापक समुदायिक जागरुकता की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा समुदाय में संक्रमण के फैलाव की संभावना को कम करने के लिए समुदाय व पारा स्तर पर क्रियांवित की जाने के लिए आवश्यकता दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। सर्वे को लेकर इलाकों का चयन व गतिविधियों के क्रियांवयन का दायित्व खंड चिकित्सा अधिकारियों को सौंपा गया है जो मितानिन ट्रेनर एवं खंड समन्वयकों के माध्यम से मितानिनों से संपर्क बनाये हुए हैं। संपूर्ण गतिविधियों के लिए मार्गदर्शन एवं कार्य की निगरानी सुनिश्चित करेंगे।
रायपुरा क्षेत्र के मितानिन ट्रेनर श्रीमति सरिता साहू ने बताया मितानिनों द्वारा उनके निर्धारित परिवारों में भ्रमण का कार्य को पूरा करने लॉकडाउन अवधि में पूर्ण करने की कार्य योजना बनाई गयी है। उन्होंने बताया कोरोना संक्रमण एवं इससे बचाव के संबंध में प्राप्त प्रशिक्षण व पाम्पलेट के आधार पर समुदाय को स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना। मितानिन ट्रेनर ने बताया रायपुरा वार्ड में 21 मितानिन परिवार भ्रमण कर सर्वे कार्य में जुटी हुयी हैं। मितानिनों द्वारा रायपुरा में कुल 3130 घरों में निवासरत 13320 लोगों का सर्वे कर बुखार,सूखी खांसी जैसे लक्षणों की जांच की जा रही है। वार्ड में अब तक 70 प्रतिशत परिवारों का मितानिनों ने परिवार भ्रमण कर लिया है। उन्होंने बताया, इस दौरान विगत 14 दिवसों में यात्रा किये हुए व्यक्तियों एवं कोरोना पॉजिटिव प्रकरण के संपर्क में आये व्यक्तियों को चिंहांकित कर स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया जा रहा है।
होम क्वारेंटिन किये गये व्यक्तियों द्वारा घर में रहने की समझाइश का पालन हो, इसके लिए फॉलोअप करने की जिम्मेदारी मितानिनों को दी गई है। शहरी क्षेत्रों में महिला आरोग्य समिति के सदस्यों के माध्यम से समुदाय की सहभागिता कोबढाया जा रहा है। मितानिनों द्वारा परिवार भ्रमण में इन परिवारों या व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी। होम (गृह)क्वारेंटिन में रखे गये व्यक्ति, विगत 15 दिवसों में यात्रा किये व्यक्ति, 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति,व्यक्ति जिनमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग अथवा सांस संबंधित रोग होने पर सावधानियां बनाए रखना हैं।
मितानिनों द्वारा जागरुकता व परिवार भ्रमण कार्य –
कोरोना संक्रमण पर समुदाय को स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान करना।
संक्रमण के लक्षणों, इसके फैलने के तरीके, बचाव के उपाय ।
विशेष कर साबुन से बार-बार हाथ धोना।
मुंह-नाक ढकना एवं 6 फुट की दूरी बनाये रखने की जानकारी देना एवं अभ्यास करवाना।
व्यक्तियों में संक्रमण के लक्षण का पता लगाकर खंड चिकित्सा अधिकारी को सूचित करना।
मुहल्ले में जिन व्यक्तियों के जांच के लिए नमूने लिये हों उसका फॉलोअप करना।
वृद्व जनों एवं लम्बी बीमारियों से पीडि़त व्यक्तियों के स्वास्थ्य की स्थिति का पता लगाना।