रायपुर 28 मई 2022 । मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता के साथ साथ सही पोषण आहार लेने के बारे में किशोरियों की पाठशाला लगाकर मासिक धर्म स्वच्छता दिवस मनाया गया । इस अवसर पर स्वच्छता के संबंध में बालिकाओं और अभिभावकों को जागरूक करने के साथ ही बालिकाओं के प्रश्नों के माध्यम से आयी समस्याओं और भाँतियों का निराकरण भी किया गया ।
माहवारी स्वच्छता दिवस पर लगी पाठशाला की जानकारी देते हुए मातृ एवं शिशु चिकित्सालय कालीबाड़ी रायपुर की चिकित्सा अधिकारी डॉ.रजनी चौरसिया ने बताया: “मासिक धर्म स्वच्छता दिवस के उपलक्ष्य में किशोरियों को माहवारी से संबंधित जानकारी दी गई । इस दौरान किशोरियों को बताया गया कि गंदे कपड़े के इस्तेमाल के कारण खुजली, जलन और कई बार माहवारी के अनियमित होने की समस्या आती है । और मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता व्यवहार न अपनाने पर आगे चल कर सर्वाइकल कैंसर या गर्भाशय से संबंधित दिक्कतें भी आ सकती हैं। माहवारी के दौरान सेनेटरी पैड के इस्तेमाल से 90 फीसदी संक्रमण का खतरा कम रहता है। साथ ही सेनेटरी पैड हर चार घंटे में बदलना चाहिए। उन्होंने किशोरियों को उनके अधिकार जानने और इस उम्र में होने वाले बदलाव तथा इस दौरान किशोरियों को किन-किन परेशानियों का सामना करना पड़ता है के बारे में चर्चा की साथ ही हल्के फुल्के शारीरिक व्यायाम, योगा के बारे में भी जानकारी दी गयी। किशोरावस्था में शारीरिक परिवर्तन के कारण सही जानकारी नहीं होने और लोकलाज के कारण अनेक प्रकार की बीमारी हो सकती हैं। माहवारी के दौरान माताएं, बहनें और बेटियां कैसे स्वच्छ और स्वस्थ रहें तथा इन दिनों के महत्व एवं उससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर किया गया।“
सेनेटरी पैड से होता है संक्रमण का खतरा कम
सेनेटरी पैड के इस्तेमाल से 90 फीसदी संक्रमण का खतरा कम रहता है। सेनेटरी पैड हर चार घंटे में बदलना चाहिए।मासिक चक्र के दौरान अगर स्वच्छता पर ध्यान न दिया जाए तो बच्चेदानी में संक्रमण पहुँच सकता है। इससे गर्भधारण तक बाधित हो सकता है। इन खास दिनों में होने वाले बदलावों को समझने और उसे सकारात्मक रूप से लेने के लिए किशोरियों को सही सलाह की बहुत ज़रूरत होती है।
पौष्टिक भोजन जरूरी
मासिक धर्म के दौरान आराम और पौष्टिक भोजन का सेवन करना चाहिए। पीरियड्स के समय कई बार शरीर में दर्द होता है। इसलिए गर्म पानी से नहाएं, खानपान का ख्याल रखें पाचक आहार का सेवन करें। साफ सफाई न अपनाने से यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, ल्यूकोरिया जैसी बीमारी के साथ-साथ कई प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं।
क्यों जरूरी है आयरन
इस मौके पर आयरन के महत्व के बारे में भी समझाया गया। और एनीमिया से निपटने के लिए भी जागरूक किया गया है। 11 से 19 वर्ष तक के किशोरियों को सही पोषण आहार के साथ व्यक्तिगत स्वच्छता की जानकारी, यौन शिक्षा की आवश्यकता, किशोरावस्था के बारे में पूर्ण जानकारी होना जरूरी है। किशोरियों-बालिकाओं को फोलिक एसिड की गोलियां भी डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए।
क्यों मनाते है 28 मई को
इसे 28 तारीख को मनाने की खास वजह यह है कि महिलाओं को पीरियड्स 28 दिनों के अंतर से आते और 5 दिन चलते हैं। इसलिये यह दिवस 28 तारीख को और पाँचवे माह मई में मनाया जाता है ।
इस अवसर पर मातृ एवं शिशु चिकित्सालय कालीबाड़ी रायपुर श्रीमती अर्चना और श्रीमती गीता परामर्शदाता उपस्थित रही । कार्यशाला का संचालन एसएस मसीह स्टाफ नर्स द्वारा किया गया । पीजी उमठे शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय ,शासकीय मायाराम सुरजन विद्यालय, शासकीय संत कंवर राम विद्यालय की लगभग 150 किशोरियों द्वारा माहवारी स्वच्छता दिवस की पाठशाला में सहभागिता रही ।