रायपुर/09 मई 2022। पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात के दौरान जनता की परेशानियों का आन द स्पाट निराकरण कर रहे हैं। भ्रष्ट और गैर जिम्मेदार अधिकारियों के ऊपर कड़ी कार्यवाही कर रहे हैं तो रमन सरकार के 15 साल के मठाधीश कमीशनखोरो को पीड़ा हो रही हैं। भाजपा का चरित्र ही अनैतिक कार्य करने वालो के पक्ष में खड़ा होना है जो भाजपा के नेता बलात्कारियो को बचाने सड़क में झंडा लेकर आंदोलन करे ऐसी भाजपा से नैतिकता की उम्मीद नही की जा सकती।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि देश मे 15 साल का रमन भाजपा शासनकाल कमीशनखोरी और प्रशासनिक आतंक के काला अध्याय के रूप में जाना जाता है। उस दौरान रमन सरकार के मठाधीश मंत्री और आरएसएस के बड़े नेता सिर्फ कमीशन खोरी कर काला धन इकट्ठा करने में जुटे हुए थे। कमीशनखोरी के साथ भाजपा नेताओं का मूल काम सरकारी जमीन पर कब्जा करना दान की जमीन पर कब्जा करना किसानों के लिए बनाए गए बांध जलाशय पर कब्जा करना आदिवासियों के जल जंगल जमीन पर कब्जा करना रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी में वह साहस था कि वो सरकारी तंत्रो के खामियों को स्वीकार कर सुधारने की क्षमता रखते थे। तभी उन्होंने कहा था कि सरकार एक रुपए भेजती है तो जनता तक 15 पैसा पहुंचता है। आज केंद्र में बैठी मोदी सरकार में वह साहस नहीं है जो सच को स्वीकार करें और जनता की आवाज को सुनें आज हालात यह हैं कि केंद्र में बैठी सरकार खुद लूट में लगी हुई है। केंद्रीय योजना में अपने अंशदान को कम रही है पेट्रोल डीजल में मनमाना टैक्स लगाकर 26 लाख करोड़ रु. जनता के जेब से लूट ली, रिजर्व बैंक के रिजर्व फंड से 1 लाख 76 हजार करोड़ रु. निकाल ली, 410 रु. का रसोई गैस सिलेंडर 1071 रु. में मिल रहा है। जूता चप्पल, कॉपी, पुस्तक, स्टेशनरी में भी 8 प्रतिशत जीएसटी वसूल रही है। गरीबो के अनाज में डाका डाल रही है। सेना के जवानों के पेंशन पर रोक लगा दी, सरकारी संपत्तियों को कौड़ी के मोल अपने मित्रों को बेच रही है। भाजपा का मूल चरित्र ही भ्रष्टाचार करना है भाजपा सत्ता में रहती है तो सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार करती है और सत्ता से बाहर रहती है तो आम जनता से चंदा वसूल कर अपना पेट पालती है।