भाजपा मोदी की झूठी सुरक्षा चूक की दुहाई देकर सहानुभूति बटोरने नौटंकी कर रही – कांग्रेस
यदि प्रधानमंत्री के काफिले की गड़बड़ी की सूचना थी तो केंद्रीय एजेंसियां क्यों सोई थी?
रायपुर/12 जनवरी 2022। प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा व्यवस्था की तथाकथित चूक को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा ली गयी पत्रकारवार्ता का जवाब देते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रधानमंत्री की सुरक्षा पर बयानबाजी कर 5 राज्यों के चुनावों में सहानुभूति हासिल करने के षड़यंत्र में लगी है। भाजपा की इस चाल को देश की जनता भली भांति समझ रही है। भारतीय जनता पार्टी एक समाचार चैनल के स्टिंग ऑपरेशन का हवाला देकर दावा कर रहे कि प्रधानमंत्री के सुरक्षा में सेंध लग सकती है यह इनपुट सीआईडी ने 2 दिन पहले ही दिया था। यदि भाजपा का यह दावा सही है तो प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिये जवाबदेह सुरक्षा एजेंसियां एस.पी.जी., सीआईएसएफ, आईबी इंटेलिजेंस ब्यूरो केंद्रीय गृह मंत्रालय कहां सोया था? केंद्रीय एजेंसियों ने इस सूचना के आधार पर क्या ऐतिहातन कदम उठाया था? यदि ऐसी किसी खतरे की सूचना थी तो प्रधानमंत्री के काफिले को केंद्रीय एजेंसियों ने 120 किमी सड़क यात्रा से क्यों जाने की अनुमति दिया?
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी जब-जब चुनाव में जाती है तो इसी प्रकार के भावनात्मक मुद्दों के आधार पर जनता को गुमराह करती है। कभी देश के ऊपर संकट के नाम पर मोदी ने जनता से मांगा, कभी हिन्दू संकट में कह कर मोदी और भाजपा ने वोट मांगा। अब मोदी खुद को संकट में बताकर वोट मांगने की नौटंकी कर रहे है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस देश में इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे भी प्रधानमंत्री हुये है जिनके जीवन पर आतंकी संकट होने के बावजूद कभी उन्होंने सार्वजनिक जाहिर नहीं किया उनके ऊपर खतरा है ताकि देश के लोगों का मनोबल न टूटे। इंदिरा जी ने सूचना एजेंसियों द्वारा बार-बार यह सलाह देने के बावजूद कि धर्म विशेष के सुरक्षा अधिकारियों को प्रधानमंत्री की निजी सुरक्षा से हटा दिया जाये लेकिन उन्होंने नहीं हटाया कि इस निर्णय का संदेश देश में गलत जायेगा। लिट्टे की हिट लिस्ट में रहने के बावजूद राजीव गांधी ने तमिल क्षेत्र के अपने दौरे को नहीं रोका। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है जो बिना किसी कारण के अपने जान को खतरे में होने की दुहाई देकर देश की छवि खराब करने का काम कर रहे है। मोदी और भाजपा के प्रधानमंत्री के असुरक्षा के प्रोपोगंडा से देश की न सिर्फ छवि खराब हुई है देश की सुरक्षा एजेंसियों के जवानों का मनोबल भी टूटा है।