प्रदेश में इस आयु वर्ग के 8.14 लाख बच्चों का टीकाकरण, रायपुर में सर्वाधिक 70 हजार से अधिक किशोरों को कोरोना से बचाव का पहला टीका
केरल में 39 प्रतिशत किशोरों को ही लगे टीके, छत्तीसगढ़ में आंकड़ा 50 प्रतिशत पहुंचा
रायपुर. 12 जनवरी 2022. कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए प्रदेश में 15 से 18 वर्ष के किशोरों का तेजी से टीकाकरण किया जा रहा है। देश में 3 जनवरी को इस आयु वर्ग के किशोरों के टीकाकरण की शुरूआत के बाद दसवें दिन ही राज्य ने 50 प्रतिशत का आंकड़ा छू लिया है। इस दौरान मुंगेली जिले में लक्ष्य के विरूद्ध सबसे ज्यादा 74 प्रतिशत बच्चों को टीका लगाया गया है। वहीं राजनांदगांव में कुल लक्ष्य के 65 प्रतिशत किशोरों का टीकाकरण हो चुका है। धमतरी में 64 प्रतिशत तथा बेमेतरा व महासमुंद में 62-62 प्रतिशत बच्चों को कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगाया जा चुका है।
मुंगेली जिले में अब तक 35 हजार 910 किशोरों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया गया है। राजनांदगांव में इस आयु वर्ग के 63 हजार 352 बच्चों को टीका लगाया जा चुका है। कोरोना सक्रंमण से बचाव के लिए धमतरी में 31 हजार 114, बेमेतरा में 34 हजार 609 और महासमुंद में 40 हजार 295 किशोरों का टीकाकरण हो चुका है। प्रदेश भर में रायपुर जिले में सर्वाधिक 70 हजार 065 बच्चों को कोरोनारोधी टीका लगाया गया है। रायपुर ने भी जिले के लिए निर्धारित टीकाकरण का 50 प्रतिशत लक्ष्य छू लिया है।
प्रदेश भर में अब तक आठ लाख 14 हजार 097 किशोरों को टीका लगाया जा चुका है। राज्य में इस आयु वर्ग के कुल 16 लाख 39 हजार 811 किशोरों को टीका लगाया जाना है। केरल में अभी तक 39 प्रतिशत बच्चों का ही टीकाकरण हो पाया है, जबकि छत्तीसगढ़ 50 प्रतिशत कवरेज के साथ उससे आगे निकल गया है। प्रदेश में सभी जिलों में बनाए गए टीकाकरण साइट्स में किशोर-किशोरी उत्साह से पहुंचकर टीका लगवा रहे हैं। वर्ष 2005, 2006 और 2007 में पैदा हुए किशोरों को इन केंद्रों में टीका लगाया जा रहा है।