राज्य भाजपा के नेता केंद्र के साथ मिलकर धान खरीदी बाधित करने षड़यंत्र कर रहे
रायपुर/07 दिसंबर 2021। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने बारदाना और उसना चावल के मामले में भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर से घेरा है। उन्होंने भाजपा नेताओं से मांग की है कि राज्य के भारतीय जनता पार्टी के नेता केंद्र के द्वारा उसना चावल न लेने और छत्तीसगढ़ को मांगे गये बारदाने की आपूर्ति न करने पर अपना स्टैण्ड क्लियर करें। भारतीय जनता पार्टी के 9 लोकसभा सांसद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय, धरमलाल कौशिक इस मामले में क्यों मौन है? भाजपाई धान खरीदी किसानों को लेकर रोज भ्रम फैलाने बयानबाजी करते है। लेकिन कोई भी भाजपा नेता राज्य के हितों की बात नहीं करता। भाजपाई अपने राजनैतिक स्वार्थ को पूरा करने बयान देते है। लेकिन किसानों की बात करने में भाजपा नेता मोदी से डरते है कही मोदी की निगाह में उनका नंबर कम न हो जाये।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 8 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है। बीते छह दिनों में 2 लाख 52 हजार किसानों ने उपार्जन केंद्रों में समर्थन मूल्य पर अपना धान बेचा है। बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत इन किसानों को 1306 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। भाजपा की केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ को बारदाना देने में असहयोग कर रही है। राज्य को धान खरीदी के लिये 5.25 लाख गठान बारदाने की आवश्यकता है। इस वर्ष केंद्र ने 2.14 लाख गठान बारदानों की स्वीकृति दी है। जिसका एडवांस पैसा जमा करने के बाद भी छत्तीसगढ़ को अभी मात्र 86856 गठान बारदाने ही दिये गये है। किसानों को धान बेचने में बारदाने की समस्या न आये इसलिये पुराने बारदानों की कीमत कांग्रेस सरकार ने बढ़ा कर 18 रू. से 25 रू. कर दिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि केंद्र द्वारा राज्य के उसना चावल नहीं लेने का दुष्परिणाम भी कुछ दिनों में ही सामने आने वाला है। इस मामले में भी भाजपाई दलीय संकीर्णता के कारण अपनी केंद्र सरकार के गलत निर्णय का जिस तरीके से समर्थन कर रही उससे तो यह स्पष्ट हो रहा कि छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता केंद्र के माध्यम से छत्तीसगढ़ की धान खरीदी को बाधित करने षड़यंत्र कर रहे है।