रमन सिंह सरकार के 15 साल पिछड़ों की उपेक्षा से भरे रहे
रायपुर/16 अगस्त 2021। प्रदेश कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रमुख कृष्ण कुमार यादव ने कहा है कि भाजपा का पिछड़ों के हित की बात करना सिर्फ ढोंग है। कांग्रेस इन वर्गो के लिए काम करती है। भाजपा पिछड़े वर्ग हित की सिर्फ बात करती है। सार्वजनिक संस्थानों में पिछड़े एवं अति पिछड़े लोगों को आरक्षण व्यवस्था के माध्यम से जो नौकरी प्राप्त होती थी अब उन्हीं सार्वजनिक संस्थानों को केन्द्र सरकार द्वारा बेचा जा रहा है। जिसकी वजह से आरक्षण का लाभ अब इन वंचित समुदाय को नहीं मिलेगा। यह भाजपा का चाल एवं चरित्र है। इनकी कथनी एवं करनी में काफी अंतर है।
प्रदेश कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रमुख कृष्ण कुमार यादव ने कहा है कि जब सन् 2004 में छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी तब प्रतापगढ़ के ठाकुर रमन सिंह को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री घोषित करने वाली भाजपा पिछड़ों के हितैषी होने का दिखावा बंद करें। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार आयी तब कांग्रेस पार्टी ने पिछड़े वर्ग के भूपेश बघेल जी को छत्तीसगढ़ का मुख्यमंत्री घोषित किया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण देने की घोषणा की थी जिसके खिलाफ भाजपा ने अपने समर्थकों से हाईकोर्ट में याचिका दायर करवाई है।
प्रदेश कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रमुख कृष्ण कुमार यादव ने चुनौती देते हुये कहा है कि लोकसभा सदस्य, राज्यसभा सदस्य, विधनसभा सदस्य, निगम मंडल में पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व कांग्रेस सरकार में भाजपा से ज्यादा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने तो पिछड़े वर्ग के कल्याण के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाओं की घोषणा की है। आरएसएस के एमजी बैद्य ने आरक्षण खत्म करने की वकालत की। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष और गृहमंत्री पिछड़ा वर्ग से है। पिछड़ा वर्ग के 17 विधायक है। निगम मंडल में, नगर निगमों में पिछड़े वर्ग का पर्याप्त प्रतिनिधित्व छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार में मिला है। भाजपा ने 15 वर्षो के शासनकाल में पिछड़े वर्ग के लोगों को हाशियें में रखा। ताराचंद साहू जैसे दिग्गज नेता को भाजपा छोड़नी पड़ी।
भाजपा द्वारा ओबीसी के साथ होने के दावे को मात्र दिखावा और ढोंग निरूपित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के पिछड़ा वर्ग विभाग के प्रमुख कृष्ण कुमार यादव ने कहा है कि कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरसिम्हा राव जी ने सितंबर 1993 में मंडल कमीशन की सिफारिशों को लागू किया। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने पिछड़ो को पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव में आरक्षण देने की घोषणा की। मध्यप्रदेश में तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने रामजी महाजन की अध्यक्षता में पिछड़े वर्ग जब मंडल कमीशन की रिपोर्ट को वी.पी. सिंह ने लागू किया तब भाजपा ने कमंडल की राजनीति करते हुये वी.पी. सिंह सरकार को गिराया था। इससे ये साबित होता है कि बीजेपी पिछड़ों की हितैषी नहीं है। मंडल कमीशन की रिपोर्ट और पिछड़ो की याद उत्तरप्रदेश विधानसभा को लेकर आ रही है। पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1952 के प्रथम आम चुनाव के बाद पिछड़े वर्ग की आवश्यकताओं को देखते हुये 29 जनवरी 1953 को काका कालेलकर की अध्यक्षता में गठित की। यह पिछड़ा वर्ग कमीशन ने शैक्षणिक एवं सामाजिक, आर्थिक रूप से पिछड़े हुये 2399 पिछड़ी जातिया तब देश में चिंहित की गई उसमें से 837 जातियां अति पिछड़ी थी।