भाजपा के प्रदेश प्रभारी और अब संगठन महामंत्री बेबस और लाचार है भाजपा नेताओं की गुटबाजी के संक्रमण हैंसंगठन में साल भर से महत्वपूर्ण पदों में नियुक्ति नही कर पर रहे है प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय सभी डेड लाइन भी डेड हो गयी हैंअगली डेड लाइन 31 मई तक अगर रिक्त पदों ने नियुक्तियां नही हुई तो भाजपा प्रभारी और संगठन प्रभारी को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिये
रायपुर/29 मई 2021। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं सचिव विकास तिवारी ने कहा कि जहां एक और समूचा देश एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश कोरोना वायरस के सेकंड वेव का संक्रमण झेल रहा है वहीं दूसरी ओर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अपने शीर्ष नेताओं की गुटबाजी के संक्रमण का सेकंड वेव झेल रही है भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय को इस जून में अध्यक्ष बने 1 वर्ष हो जायेंगे और शीर्ष नेताओं के गुटबाजी के संक्रमण के चलते वह अपनी संपूर्ण कार्यकारिणी घोषित नहीं कर पाये हैं प्रदेश प्रभारी बनने के बाद दुग्गाबाती पुरंदेश्वरी के आधा दर्जन डेडलाइन देने के बाद भी प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता विष्णु देव राय की कार्यकारिणी को गठित नहीं होने दे रहे हैं प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी का डेट लाइन भी डेड हो चुका है क्योंकि डी पुरंदेश्वरी एक महिला है और भाजपा के पितृ संगठन आरएसएस में महिला विरोधी मानसिकता से ग्रसित है इस कारण भाजपा के शीर्ष नेता उनके आदेशो की खुलेआम अवहेलना कर रहे है। कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेता गुटबाजी के संक्रमण के सेकंड वेव से ग्रसित हैं जिसे देख नवनियुक्त राष्ट्रीय संगठन महामंत्री और प्रदेश संगठन प्रभारी शिव प्रकाश ने भी चिंता जताई है और कहा है कि बचे हुए पदों पर 31 मई तक किसी भी हाल में नियुक्तियां पूरी कर ली जानी चाहिये। भारतीय जनता पार्टी जहां एक और अपने को कैडर बेस पार्टी कहती है दंभ भरती है वह केवल खोखला साबित हो रहा है।धरातल स्तर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है और शीर्ष नेताओं में गुटबाजी का संक्रमण फैला हुआ है कैडर बेस पार्टी का दंभ भरने वाली भाजपा का हवाई किला ढह चुका है जिसे अब संगठन महामंत्री शिव प्रकाश फिर से बनाने का स्वांग कर रहे हैं। जिसमें उन्हें सफलता नही मिल पा रहा है। 31 मई की डेट लाइन तक अगर प्रदेश भाजपा के रिक्त पदों में नियुक्तियां नहीं हो पाएगी तो प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी और प्रदेश संगठन प्रभारी शिव प्रकाश को अपने पदों से इस्तीफा दे देना चाहिये क्योंकि प्रदेश भाजपा का शीर्ष नेतृत्व आपसी गुटबाजी के भयावह व संक्रमण से गुजर रहा है जिसका की इलाज ना तो डी पुरंदेश्वरी के पास है ना शिव प्रकाश के पास है।