रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर प्रदेश सरकार के उपायों को अपर्याप्त बताया और कहा है कि प्रदेश सरकार कोरोना के ख़िलाफ़ जारी ज़ंग में किस तरह आधे-अधूरे मन से काम कर रही है, राजधानी के इनडोर स्टेडियम में चार दिनों में ही 20 कोरोना संक्रमितों की मौत से साफ़ हो चला है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि एक तो प्रदेश सरकार ने अपनी वाहवाही कराने के चक्कर में आधी-अधूरी तैयारी और स्टाफ के साथ इनडोर स्टेडियम में कोविड सेंटर शुरू कर दिया और अब ऑक्सीज़न की व्यवस्था करने के बजाय अपनी जान छुड़ाने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों ने लो-ऑक्सीज़न लेवल के मरीजों को भर्ती करना ही बंद कर दिया है, यह प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर कलंक है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कोरोना संक्रमण की रफ़्तार में कई दीग़र बड़े देशों को पछाड़कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मुँह छिपाए बैठे तथाकथित कोरोना प्लेयर्स मंत्रियों ने छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमितों का आँकड़ा पाँच लाख से पार पहुँचाने का कृत्य किया है। एक दिन में 15 हज़ार से अधिक संक्रमितों का मिलना प्रदेश में कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति का संकेत दे रही है, लेकिन प्रदेश सरकार अब भी इसे लेकर ज़रा भी गंभीर नहीं है। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अमूमन सभी कोविड सेंटर्स को एक बार फिर नारकीय यंत्रणा का केंद्र बनाकर रख दिया है, जहाँ भर्ती मरीजों के लिए न तो समय पर ऑक्सीज़न मुहैया हो रहा है, न पौष्टिक और ताज़ा भोजन और न ही अब तक रेमिडेसिविर इंजेक्शन और ज़रूरी जीवनरक्षक दवाएँ सुलभ हैं। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि सालभर तक सियासी लफ़्फ़ाजियाँ करने और अपने नाकारापन का ठीकरा घूम-फिरकर केंद्र सरकार के मत्थे फोड़ने में लगी रही सरकार ने कोरोना संक्रमण को थामने के कोई ठोस जतन तक नहीं किए।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के नेता सर्वदलीय बैठक में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय की अनुपस्थिति को लेकर अपनी अज्ञानता का प्रदर्शन करने के लिए स्वतंत्र हो सकते हैं, पर कभी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से यह पूछने की हिम्मत दिखाएंगे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलाई गई बैठक में प्रदेश के गृह मंत्री के साथ स्वास्थ्य मंत्री को किसने शिरक़त करने से रोका? प्रदेश की राज्यपाल अनुसुइया उईके द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री क्यों नदारद थे? श्री श्रीवास्तव ने बचकानी राजनीतिक टिप्पणियां करके अपनी प्रदेश सरकार की विफलताओं पर पर्दा डालने के बजाय कांग्रेस नेताओं को प्रदेश सरकार को कोरोना की रोकथाम के लिए ईमानदारी से काम करने की नसीहत देने कहा है। प्रदेश में कोरोना की त्रासदी भयावह होती जा रही है, अब तो छोटे बच्चे भी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित निकल रहे हैं और इन हालात के लिए प्रदेश सरकार की आपराधिक लापरवाही को क़तई माफ़ नहीं किया जा सकता।