प्रदेश सरकार और पीएससी के खिलाफ भाजयुमो खोलेगी मोर्चा
पीएससी में लगातार गड़बड़ी पर भाजयुमो अध्यक्ष अमित साहू ने दिया कार्यकर्ताओं को चरणबद्ध आंदोलन का निर्देश
जिस प्रकार पीएससी के एक्सपर्ट संशोधन कर रहे हैं गलत को सही बता रहे हैं वो दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार रहते सूर्य पूर्व की जगह पश्चिम से निकल जाए- अमित साहू
रायपुर। भारतीय जनता युवा मोर्चा छत्तीसगढ़ पीएससी में लगातार हो रही गड़बड़ियों को लेकर आक्रमक मोड में आ गया हैं। आने वाले दिनों में भाजयुमो चरणबद्ध आंदोलन धरना प्रदर्शन और विशाल हस्ताक्षर अभियान चला कर प्रदेश सरकार और पीएससी के खिलाफ मोर्चा खोलने की तैयारी में हैं। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने पीएससी प्रारंभिक परीक्षा में मॉडल अंसार और फिर संशोधित मॉडल आंसर के साथ परीक्षा परिणाम जारी करने एवं छत्तीसगढ़ में दक्षिण पूर्व मानसून से वर्षा करा देने जैसे विषयों पर कड़ी आपत्ति व्यक्त की हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की जलवायु परिवर्तन करने वाले पीएससी के एक्सपर्ट का नाम सार्वजनिक कर उनपर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए पर दुर्भाग्यपूर्ण हैं कि सरकार भी मौन बैठी हैं। छत्तीसगढ़ में जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ सरकार के सामने पीएससी के एक्सपर्ट संशोधन कर रहे हैं गलत को सही बता रहे हैं वो दिन दूर नहीं जब छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार रहते सूर्य पूर्व की जगह पश्चिम से निकल जाए।
भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि पीएससी में ऐसी गड़बड़ियां आम हो चली हैं और यह कोई पहला मामला नहीं हैं इससे पूर्व भी हमने तातापानी जैसे विषयों को उठाया था परंतु पीएससी की हठधर्मिता और पारदर्शिता का आभाव छत्तीसगढ़ के युवाओं का हक छिनने वाला और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वाला हैं। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा की प्रदेश सरकार और पीएससी की ऐसी मनमानी और लगातार उजागर होती गड़बड़ियों के खिलाफ भाजयुमो 10 सूत्रीय मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करेगा। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि हमारी मांग है कि
1.छत्तीसगढ़ में दक्षिण पूर्वी मानसून से वर्षा करा देने वाले विशेषज्ञ का नाम सार्वजनिक किया जाये और उसके ऊपर कठोर कार्यवाही हो।
2.आयोग पर लगाए गए आरोपों की न्यायिक जांच करायी जाये। रिपोर्ट के लिये समय सीमा निर्धारित हो।
- आयोग में 2014 के बाद चली आ रही परिपाटी को फिर से लागू किया जाये।जिसमें प्रत्येक संविधान दिवस के दिन आयोग का विज्ञापन जारी हो जाये। अगले प्रीलिम्स से पहले हर हाल में पिछले वर्ष की नियुक्ति प्रक्रिया पूर्ण कर लिए जाये।
4.संविधान दिवस के दिन ही अगले वर्ष के आयोग का पूरा कैलेण्डर जारी कर दिए जाये।
- उत्तर पुस्तिकाओं की कार्बन कापी प्रदान किया जाना अनिवार्य किया जाये।
- सभी परीक्षा केन्द्रों की वीडियोग्राफी अनिवार्य किया जाये।
- प्रत्येक जिले में एक, अर्थात न्यूनतम 28 परीक्षा केन्द्र की तत्काल घोषणा की जाये।
8.हर परीक्षा में माइनस मार्किंग है या नहीं? इसे स्पष्ट रूप से प्रश्न पत्र के निर्देशों में भी लिखा जाये।ताकि युवा भ्रम के शिकार न हों।
- एस. आई. परीक्षा, ए.सी.एफ-रेंजर भर्ती परीक्षा, व्यापम ,विधानसभा जैसी सभी भर्ती परीक्षाओं के लम्बित विज्ञापनों को तत्काल पूरा किया जाये।
- कांग्रेस सरकार अपने घोषणा पत्र के वादे के अनुरूप बड़ी संख्या में शासकीय नौकरी के अवसर पैदा करे और समय सीमा के भीतर सभी नियुक्तियां पूरी करे।
भाजयुमो के प्रदेश मीडिया प्रभारी उमेश घोरमोड़े ने बताया कि भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के आह्वान व निर्देश पर भारतीय जनता युवा मोर्चा प्रदेशभर में छत्तीसगढ़ के युवाओं के हित की लड़ाई लड़ने चरणबद्ध आंदोलन करेगी जिसमें एक दिवसवीय धरना प्रदर्शन, नुक्कड़ नाटक के माध्यम से गड़बड़ियों को जनता के सामने उजागर किया जाएगा। प्रदेशभर में भाजयुमो न्याय यात्रा निकालेगी जो सभी जिला मुख्यालयों के कलेक्ट्रोरेट तक जा कर छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए न्याय की मांग रखेगी। भाजयुमो पूरे प्रदेश में “युवा अधिकार हस्ताक्षर अभियान” भी चलाएगी और महामहिम राज्यपाल को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा। भाजयुमो के चरणबद्ध अभियान के दौरान पीएससी प्रमुख से इस्तीफे की मांग भाजयुमो कार्यकर्ता करेंगे। भाजयुमो कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू के नेतृत्व में सड़क की लड़ाई लड़ेंगे और साथ ही साथ प्रदेश सरकार की उदासीनता और पीएससी की गड़बड़ियों को सोशल मीडिया के माध्यम से भी उठाते हुए हैस टैग अभियान और वीडियो जारी कर गड़बड़ियों को उजागर कर हल्ला बोलेंगे।