सुरजपुर: जिले में झोला छाप डॉक्टर सक्रिय है जिनके द्वारा गावो में ग्रामीणों के जिंदगी से बेख़ौफ़ होकर खिलवाड़ किया जा रहा है जिन पर कोई प्रशासनिक
अंकुश नही है इस कारण ही इनका हौसला और भी बुलन्द हो गया है जिसका खामियाजा ग्रामीण क्षेत्रो में निवासरत लोगो को भुगतना पड़ रहा है।
ऐसा ही एक मामला ओड़गी ब्लॉक के ग्राम पंचायत धरसेड़ी में सामने आया है जिसमे एक झोला छाप डॉक्टर ने अपने निजी लाभ के चक्कर मे एक महिला को मौत के मुँह में धकेल दिया है।जिसको लेकर प्रार्थिया ने ओड़गी थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है ।
थाने में दिये गए रिपोर्ट में झोला छाप डॉक्टर की शिकार हुई महिला ने बताया है की उनका नाम धरमनिया पति बुधुराम ,जाति बरगाह ग्राम पंचायत धरसेड़ी का रहने वाली है प्रार्थिया अक्टूबर 2020 में आग से जल गई थी जो कि अपना ईलाज कराने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र धरसेड़ी जा रही थी इसी बीच गाँव के ही झोलाछाप डॉक्टर देवसाय राजवाड़े रास्ते मे मिला जिसके द्वारा प्रार्थिया को बोला गया की कहाँ जा रहे हो तुम्हारा मैं घर पर ही इलाज करके ठीक कर दूंगा जिसके एवज में उसने 10000 रुपये की मांग की जिसमे 5000 रुपये तत्काल और शेष 5000 रुपये ठीक होने के बाद देने की बात कही और लम्बी लम्बी बातें किया जिसके झांसे में आकर प्रार्थिया ने अपने बकरी को बेचकर देवसाय राजवाड़े को उसके कहे अनुसार पैसा देकर अपना इलाज उससे करवाने लगी ।लगभग दो सप्ताह तक इलाज करने के बाद देवसाय ने फिर से पैसो की मांग की जिसमे प्रार्थिया ने पैसा नही दिया तो झोलाछाप डॉक्टर ने इलाज करना बंद कर दिया। झोला छाप डॉक्टर के इंजेक्सन व दवाई दिया गया जिसके इलाज से ही प्रार्थिया का जख्म और बढ़ गया और आज केंसर का रूप धारण कर लिया।
वहीं प्रार्थिया ने अपने आवेदन में जांच कर झोला छाप डॉक्टर के विरुद्ध कार्यवाही करने की मांग की है।
स्थानीय ग्रामीणजन मदद के लिए आये सामने:-
इस मामले की जानकारी जब स्थानीय ग्रामीण राजेश साहू ,सिंगार साय ,राजमोहन ,वार्ड पंच लीलावती को लगी तो उन्होंने पीड़ित महिला को तत्काल ओड़गी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाये ,जहाँ पर महिला की गंभीर हालत देख कर चिकित्सक ने तुरंत ही थाना प्रभारी ओड़गी को सूचित कर जिला अस्पताल सुरजपुर रेफर कर दिया गया।
वहीं इस सम्बंध में गाँव के ग्रामीणो से बात की गई रामप्रसाद सिंह व राजेश साहू ने बताया की देवप्रसाद राजवाड़े गाँव मे घूम घूम कर ग्रामीण जनों का ईलाज करता है जिसके द्वारा ग्रामीणो से मनमाना पैसा भी लिया जाता है।जिसकी सूचना कई बार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों सहित ब्लॉक मुख्यालय के अधिकारियों को दी गयी लेकिन झोलाछाप डॉक्टर हमेशा पैसो का लेनदेन करके अपना बचाव कर लेता है।
—वहीं इस मामले जब ओड़गी थाना प्रभारी से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया की मामले को लेकर प्रार्थिया द्वारा थाने में आवेदन दिया गया है,जांच के बाद ही अपराध कायम कर कोई भी कार्यवाही की जाएगी।
—– महिला मरीज धर्मनिया बीते शुक्रवार 05/03/2021 को सीएचसी ओड़गी में इलाज कराने आयी थी जिसको डॉ. मयंक दुबे ने परीक्षण किया जो कि डीप अल्सरेशन से ग्रसित थी और उसे सर्जरी की भी आवश्यकता थी जिसे तत्कालिक उपचार कर उसी दिन ही जिला अस्पताल सुरजपुर रेफर कर दिया गया । साथ ही मैं तत्काल एक आदेश जारी कर ब्लॉक मुख्यालय में जितने भी झोला छाप अवैध रूप से प्रेक्टिशनर है उनकी सूची मंगवाता हूँ और जांच कर उनके विरुद्ध अवश्य ही ठोस कार्यवाही की जाएगी।
विजय कुमार सिंह
बीएमओ
सीएचसी, ओड़गी
अब इस मामले में देखना यह बाकी है कि पूर्व की भांति ही छोला छाप डॉक्टर पैसो व उच्च पहुँच की दम पर अपने आप को पाक साफ साबित कर बाइज्जत बरी होता है या फिर प्रशासनिक फंदे में फस कर उसके विरुद्ध ठोस कार्यवाही होती है यह तो अब आने वाला समय ही बताएगा जिसका ग्रामीणों सहित क्षेत्रवासियों को भी इंतजार है।