वित्त वर्ष 2021 की तीसरी तिमाही में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन
रायपुर 9 फरवरी, 2021: देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एवं नवरत्न कंपनी एनएमडीसी ने इस तिमाही के दौरान एक बार पुन: मजबूत प्रचालनगत एवं वित्तीय प्रदर्शन किया।
एनएमडीसी का कारोबार 2020-21 की तीसरी तिमाही में रूपए 4355 करोड़ रहा जो कि गत वर्ष की इसी अवधि के रूपए 3006 करोड़ के कारोबार से 45 % अधिक है। इस तिमाही के दौरान एनएमडीसी का कारोबार इसकी स्थापना के समय से अब तक किसी भी तिमाही का सर्वोत्तम कारोबार है। एनएमडीसी का कर-पूर्व लाभ (पीबीटी) 2020-21 की तीसरी तिमाही में रूपए 2811 करोड़ रहा जो कि 2019-20 की तीसरी तिमाही के रूपए 1647 करोड़ पर गत वर्ष की इसी अवधि से 71% अधिक है। कर-पश्चात लाभ (पीएटी) 2020-21 की तीसरी तिमाही में वर्ष 2019-20 की तीसरी तिमाही के रूपए 1376 करोड़ से 53 % बढ़कर रूपए 2109 करोड़ रहा।
एनएमडीसी ने वित्त वर्ष 21 की तीसरी तिमाही में लौह अयस्क का 9.60 मिलियन टन (एमटी) उत्पादन तथा 9.28 मिलियन टन (एमटी) विक्रय किया। कोविड तथा उससे निर्मित विपरीत परिस्थितियों के बावजूद एनएमडीसी के उत्पादन एवं बिक्री के आंकडे वित्त वर्ष 2020-21 के नौ माह में विगत वित्त वर्ष के नौ माह के आंकडों के समान स्तर पर ही रहे।
वर्तमान तिमाही तथा गत वर्ष की तीसरी तिमाही का कार्य निष्पादन तथा वर्तमान वर्ष की दूसरी तिमाही एवं वर्तमान वर्ष के मुकाबले विगत वर्ष (नौ माह की अवधि) के आंकड़े निम्नांकित हैं :
विवरण | वर्तमान वर्ष की तीसरी तिमाही बनाम गत वर्ष की तीसरी तिमाही | वर्तमान वर्ष की तीसरी तिमाही बनाम वर्तमान वर्ष की दूसरी तिमाही | वर्तमान वर्ष बनाम गत वर्ष (समाप्त नौ वर्ष की अवधि) | |||
उत्पादन (एमटी) बिक्री (एमटी) कारोबार (रूपए करोड़ में) कर-पूर्व लाभ (रूपए करोड़ में) कर-पश्चात लाभ (रूपए करोड़ में) ईबीआईडीटीए (रूपए करोड़ में) | 9.60 9.28 4,355 2,811 2,109 2,873 | 8.58 8.41 3,006 1,647 1,376 1,721 | 9.60 9.28 4,355 2,811 2,109 2,873 | 5.64 6.60 2,230 1,063 774 1,119 | 21.84 22.16 8,522 4,635 3,415 4,819 | 22.01 22.90 8,512 4,641 3,259 4,899 |
श्री सुमित देब, अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक, एनएमडीसी ने समग्र रूप से परिणामों पर संतोष व्यक्त किया एवं कहा कि “हमने संसाधनों के अधिकतम उपयोग के लिए अपनी कार्यनीति में बदलाव पर ध्यान केंद्रित किया है। कोविड-19 महामारी के कारण प्रथम तिमाही में हुई प्रारम्भिक हानि के वाबजूद लागत को कम करने, उत्पादन में वृद्धि करने तथा लाभप्रदता को अधिकतम बनाने के लिए किए गए विभिन्न उपायों के कारण हम पुनः अच्छा प्रदर्शन कर इस तिमाही में नए रिकॉर्ड बना पाए हैं। हमें विश्वास है कि इस्पात क्षेत्र में कच्चे माल की बढती हुई मांग के साथ हम उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहेंगे तथा नए रिकॉर्ड स्थापित करेंगे। “