गोबर खरीदी पर रमन का बयान अदूरदर्शितापूर्णः कांग्रेस
रायपुर/01 जनवरी 2021। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि गोधन न्याय योजना से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गौमाता के साथ गोबर की महत्ता को भी प्रतिपादित किया है। सीएम की यह योजना गाय के नाम पर राजनीति करने वालों के मुंह पर करारा तमाचा है। गाय जहां हम भारतीयों के लिए वंदनीया हैं वहीं उसके गोबर को भी पवित्र माना जाता है। गोबर से लिपी हुई भूमि और उसके कंडे से हवन करने को भी पावन माना जाता है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उसी गोबर से पशुपालकों के लिए आर्थिक तरक्की का रास्ता खोला है। इस योजना से किसानों को अतिरिक्त आमदनी हो रही है। वर्मी कम्पोस्ट के जरिए जैविक खेती की ओर किसान बढ़ रहे है। गोधन न्याय योजना के माध्यम से तैयार होने वाली वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री सहकारी समतियों के माध्यम से हो रही है। किसानों के साथ-साथ वन, विभाग, कृषि, उद्यानिकी, नगरीय प्रशासन को पौधरोपण एवं उद्यानिकी खेती के समय जैविक खाद भी मिलने लगा है। स्व-सहायता समूह की महिलाओं को भी रोजगार मिलने लगा है। विक्रेताओं को गोबर के बदले आनलाइन भुगतान किया जा रहा है। यह सब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दूरदर्शी सोच का परिणाम है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने जारी बयान में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के गोबर खरीदी के जरिए बिहार के चारा घोटाले की तरह छत्तीसगढ़ में गोबर घोटाले की बुनियाद रखे जाने संबंधी बयान उनकी छोटी सोच और वास्तविकता को नकारने वाला है। सच्चाई यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गाय के गोबर से लोगों को लाभ कमाने का मार्ग प्रशस्त कर ऐसा कार्य किया है जिसकी सराहना पूरे देश में हो रही है। गोबर का व्यवसायिक इस्तेमाल शुरू कर लोगों को बिना मेहनत पैसा कमाने का अवसर मिल रहा है। गोबर खरीदी और उसके भुगतान के लिए जो प्रक्रिया अपनाई जा रही है वह पूरी तरह पारदर्शी है इससे किसी तरह की गड़बड़ी की गुंजाइश ही नहीं है। गोबर खरीदी की तुलना चारा घोटाले से करना डॉ. रमन सिंह की अदूरदर्शिता को दिखाता है। गोधन योजना का ही परिणाम है कि लोग अब गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाने के साथ कंडा निर्माण को भी व्यवसायिक रूप दे रहे हैं। गोबर से दिए और मुर्तियां भी बनाई जा रही है, जिसकी मांग भी बढ़ रही है। विपक्ष को इस योजना के लिए सीएम भूपेश बघेल की तारीफ करनी चाहिए।