बिलासपुर-देश की कोयला आवश्यक्ताओं को पूर्ण करने में एसईसीएल निरंतर प्रयासरत् है। एसईसीएल कोल इंडिया लिमिटेड के कुल कोयला उत्पादन में लगभग एक चैथाई का सहयोग करता है। अतः कोयला उत्पादन एवं संप्रेषण की बड़ी जिम्मेदारी का निर्वाहन एसईसीएल करता है।
एसईसीएल ने अब तक का किसी एक माह में सर्वाधिक कोयला रेक लोडिंग का किर्तीमान माह नवंबर 2020 में स्थापित किया। इस माह में प्रतिदिन कुल 49.10 कोयले के रेक लोड किए गए जो अब तक का किसी एक माह के लिए सर्वाधिक है। इसके पूर्व मार्च 2020 मेें प्रतिदिन 44.52 रेक लोडिंग का रिकार्ड था ।
कोयला संप्रेषण के नए मापदंड स्थापित करते हुए एसईसीएल ने इस वित्तीय वर्ष के दौरान माह नवंबर 2020 तक 10432 कोयले के रेक लोड किए। गत वित्तीय वर्ष में माह नवंबर 2019 तक कुल 8116 कोयला रेक लोड किये गये थे। इस प्रकार एसईसीएल कोयला लोडिंग में गत वर्ष की तुलना में सकरात्मक बढ़त बनाये हुए है। माह नवंबर 2020 में प्रतिदिन 49.10 रेक लोड किये गये जो गत वर्ष के इसी माह के तुलना में 38.30 प्रतिशत अधिक है।
स्थानीय नाॅन पावर उद्योंगो में कोयला संप्रेषण गत वर्ष की तुलना में अधिक हुआ है। इस वित्तीय वर्ष माह नवंबर 2020 तक नाॅन पावर उद्योंगो को कुल 15.18 मि.ट. कोयला संप्रेषण किया गया जो गत वर्ष इसी अवधि के लिए 12.80 मि.ट. था। इन उद्योंगो को माह नवंबर 2020 में 2.22 मि.ट. कोयला संप्रेषण किया गया जो कि गत वर्ष के इसी अवधि की तुलना में 91.37 प्रतिशत अधिक है।
एसईसीएल अपने ‘फस्र्ट माइल कनेक्टिविटी‘ कार्यक्रम के अंतर्गत सभी उपभोक्ताओं को रेल मार्ग द्वारा कोयला संप्रेषण का प्रयास कर रहा है। इन सभी प्रयासों का सकारात्मक प्रभाव स्पष्ट देखा जा सकता है।