भाजपा का सवाल : रकबा कम और किसान अधिक, कहीं साजिश तो नहीं?
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि किसानों के नाम पर सत्ता में आयी कांग्रेस अब किसानों छलने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। सत्ता सुख में मस्त कांग्रेस सरकार को अब किसानों को कैसे ठग रही है और कैसे प्रताड़ित कर रही है, इसके कई उदाहरण लगातार देखने को मिल रहे हैं। श्री कौशिक ने कहा कि वर्ष 2019 में प्रदेश में 233 किसानों व खेतिहरों ने आत्महत्या की, जो सबके लिये चिंता का विषय है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने इस बात पर हैरत जताई कि लगातार बढ़ रही किसानों की आत्महत्याओं की घटना के बाद भी प्रदेश सरकार का ज़रा भी पीड़ित नहीं होना दु:खद तो है ही, इससे प्रदेश सरकार की संवेदनहीनता भी ज़ाहिर हो रही है। प्रदेश की दावाशील सरकार इनसे सबक लेकर किसानों के हित में काम करती तो यह दिन देखना नहीं पड़ता। श्री कौशिक ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि विगत दो माह में प्रदेश में 05 किसानों ने आत्महत्या कर ली है, वहीं हर दूसरे सप्ताह एक के बाद एक किसान की आत्महत्या की घटना समाने आई है। श्री कौशिक ने कहा कि इन सबके बीच सरकार में बैठे महत्वपूर्ण लोग केवल किसानों की पारिवारिक स्थिति पर टीका-टिप्पणी कर रहे हैं, जो निंदनीय है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि अब जब किसान आत्महत्या को विवश हो रहे हैं, तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज अधिकारियों को निर्देशित किया है कि गिरादावरी में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिये। श्री कौशिक ने कहा कि यह दु:खद है कि प्रदेश में कोंडागाँव ज़िले में किसान धनीराम की आत्महत्या के पश्चात आदेश जारी किया गया है, जबकि वास्तव में तो धान खरीदी के पहले व्यवस्था बेहतर हो जाए, इसकी चिंता करनी थी। मगर प्रदेश सरकार ने इस दिशा में गंभीर प्रयास नहीं किया।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि प्रदेश में 18-19 में 17.2 लाख किसानों 25.59 लाख हेक्टेयर रकबा पंजीकृत किया था अर्थात प्रत्येक किसान का औसत रकबा 1.48 हेक्येटर या 3.6 एकड़ था। इस वर्ष 21.30 लाख किसानों ने 27.5 लाख हेक्टेयर का पंजीकरण किया है अर्थात प्रति किसान 1.29 हेक्टेयर या 3.1 एकड़ है।वहीं सरकार ने गिरदावरी में 80 हजार हेक्टेयर अर्थात दो लाख एकड़ जमीन गिरदावरी में कम कर दी है ताकि किसानों से 30 लाख क्टिवंटल धान कम ले सके। इससे किसानों को करीब सात सौ पचास करोड़ का नुकसान हुआ है। श्री कौशिक ने कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में किसानों की गिरदावरी के माध्यम से रकबा कम किया है। प्रशासन की तरफ़ से घर पर बैठकर ही गिरादावरी किया जा रहा है जिसके कारण कोंडागांव जैसी ही घटना हो रही हैं।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि कोंडागाँव किसान आत्महत्या के मामले पर जिम्मेदार लोगों पर अपराधिक मामला दर्ज होना चाहिये। किसानों की लगातार आत्महत्या को विवश है और जिम्मेदारों पर कार्रवाई नहीं होने से पीड़ित परिवारों में निराशा का भाव है। श्री कौशिक ने कहा कि कोंडागाँव सहित पूरे प्रदेश में किसानों आत्महत्यायें की है उस पर अब तक जांच के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है। इसकी स्वतंत्र इकाई से जांच होनी चाहिये। इसके साथ ही पीड़ित परिवार एक सदस्यों को नौकरी व आर्थिक मदद भी तत्काल की जानी चाहिये। श्री कौशिक ने किसानों की आत्महत्या की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते कहा कि प्रदेश सरकार की किसानों को लेकर कोई उचित नीति नहीं है जिसके चलते ही किसानों आत्महत्या को विवश हैं।