रायपुर। भाजपा नेताओ के बार बाला वाले बयान की कड़ी निंदा करते हुये प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा है कि भाजपा नेताओ ने छत्तीसगढी भाखा में लोकगीत संगीत कर्मा गीत को प्रस्तुत करने वाले महिला कलाकारों को बार बाला कहकर छत्तीसगढ़ के कलाकारों का मातृशक्ति का अपमान किया है। ये पहला अवसर नही है, इसके पहले भी भाजपा नेत्री ने निजी टीवी चैनल के डिबेट में आदिवासी महिलाओं को लेकर अमर्यादित बयान दिया था, जिसे बाद में भाजपा ने पार्षद की टिकट दिया। विधानसभा चुनाव के पहले भिलाई में आयोजित भाजपा के महिला सम्मेलन में भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के उपस्थिति में भी सुरक्षा जांच के नाम से छत्तीसगढ़ के माता बहनों के साथ अभद्रता हुआ था। भाजपा नेताओं के बयान से छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति भाखा परंपरा और यहां के लोक गीत संगीत को देश विदेश तक पहुंचाने वाले कलाकार आहत हुए हैं। छत्तीसगढ़ के कलाकारों को ठेस पहुंचा है। मातृशक्ति का अपमान हुआ है। भाजपा नेताओं के बयान के लिए भाजपा को छत्तीसगढ़ के ढाई करोड़ जनता से माफी मांगनी चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार ने जिस दिन से छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति परंपरा तीज त्योहारों का आयोजन की शुरुआत की है। 15 साल में विलुप्त प्राय हो चुके छत्तीसगढ़ के परंपराओं को पुनर्जीवित करने काम किया है उस दिन से भाजपा नेता छत्तीसगढ़ विरोधी कृत्यों में लगे है। रमन सिंह के 15 साल के शासन काल में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति परंपरा विलुप्त हो रही थी। छत्तीसगढ़ के कलाकार हाशिए में थे। कई सरकारी योजनाओं में करोड़ों रुपए खर्च करके छत्तीसगढ़ के बाहर के कलाकारों को बुलाया जाता रहा है और छत्तीसगढ़ के कलाकार मंच के किनारे मायूस खड़े रहते थे।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार में छत्तीसगढ़ के कलाकारों को सम्मान मिल रहा है उनका अपना स्थान मिल रहा है और छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति परंपरा छत्तीसगढ़ ही नहीं देश और विदेश में अपना स्थान प्राप्त कर रही है ऐसे में भाजपा नेताओं को पीड़ा हो रही है।