बगैर मास्क पहने आये ग्राहक को नहीं मिलेगी सामान
कोरोना की लड़ाई में व्यापारी जिला प्रशासन के साथ।
बलौदाबाजार – कलेक्टर सुनील कुमार जैन ने आज वीडियो काॅन्फे्रसिंग के जरिए कोरोना के संबंध में सभी जनपद मुख्यालयों में बैठे चैम्बर आॅफ कामर्स के पदाधिकारियों से चर्चा की। उन्होंने जिले में कोरोना की बढ़ते संक्रमण से अवगत कराकर इसे काबू में रखने के लिये व्यापारियों से सहयोग का आह्वान किया। कलेक्टर की अपील पर चेम्बर आॅफ कामर्स के पदाधिकारियों ने बिना मास्क के ग्राहकों को सामान नहीं बेचने का निर्णय लिया है।उन्होंने कहा कि कोरोना की लड़ाई में जिले के सभी व्यापारी जिला प्रशासन के साथ हैं। वे स्वयं मास्क सहित कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करेंगे और ग्राहकों को भी पालन कराएंगे। अपर कलेक्टर राजेन्द्र गुप्ता एवं सीएमएचओ डाॅ. सोनवानी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
कलेक्टर जैन ने कहा कि कोरोना का खतरा अभी टला नहीं हैं। बल्कि त्योहारों की चहल-पहल एवं ठण्ड की वजह से इसका खतरा और बढ़ गया है। कोरोना की जांच करा कर एवं सामाजिक दूरी और मास्क का नियमित इस्तेमाल कर हम इसके संक्रमण के फैलाव को टाल सकते हैं। कलेक्टर ने कहा कि समय पर कोरोना की जांच जरूरी है। ज्यादा विलंब होने पर मौत की संभावना अधिक बढ़ जाती है। जिले में गांवों की अपेक्षा शहरों में ज्यादा मौत हुई है। कुल 104 मामले में एक तिहाई मौत शहरी इलाकों से दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि कोरोना का सबसे बढ़िया इलाज इसकी समय पर पहचान करना है। यदि पहचान में देरी अथवा चूक हो गई तो एक सप्ताह में वह पूरे व्यापक पैमाने पर कोरोना फैला देगा। उन्होंने अब तक के अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह बीमारी केवल बुजुगों की नहीं बल्कि बच्चे युवा सबकी जान ले रही है। कोई आदमी मुगालते में न रहे कि वह तो जवान है,उसे कुछ नहीं होगा। कलेक्टर ने कहा कि कोरोना के पाॅजीटिव आने के बाद अस्पताल में भरती होकर इलाज कराना जरूरी नहीं है। सुविधा होने पर घर में भी उसका इलाज किया जायेगा।
कलेक्टर ने कोरोना संबधी सामाजिक व्यवहार जैसे छह फीट कीद दूरी, घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाना और बार-बार हाथ धोना और सेनिटाईजर का उपयोग करने की समझाईश को फिर से दोहराया। उन्होंने कहा कि सरकार काफी समझाईश दे चुकी है। अब उल्लंघन पर कड़ी कार्रवाई का समय आ चुका है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. खेमराज सोनवानी ने कोविड के लक्षण बताए। उन्होंने कहा कि बुखार, सर्दी, खांसी, स्वाद चला जाना और सुंघने की शक्ति का हास हो जाना प्रमुख लक्षण है। सीएमएचओ ने कहा कि संक्रमण की स्थिति में घबराने की कोई जरूरत नहीं हैं। सरकार द्वारा मुफ्त में इसकी इलाज व्यवस्था कर रखी है। गंभीर से गंभीर मरीज का इलाज किया जाता है। ऐसे लगभग 50 मरीज ठीक होकर घर चले गये हैं। कलेक्टर ने व्यापारियों से चर्चा के दौरान उनकी अन्य समस्याओं से भी अवगत हुए और उनके समाधान का भरोसा दिलाया।