जगदलपुर : कलेक्टर रजत बंसल ने पूरे बस्तर संभाग में अपने पुरातन परम्परा एवं संस्कृति को अक्षण्य बनाए रखने में मांझी, चालकियों की भूमिका को अत्यन्त महत्पूर्णं बताते हुए उन्हें अपने क्षेत्र के विकास में जिला प्रशासन के साथ सहभागी बनकर महत्वपूर्णं भूमिका निभाने को कहा है। कलेक्टर श्री बंसल बस्तर दशहरा के सफल आयोजन के पश्चात आज 26 अक्टूबर को कलेक्टोरेट जगदलपुर के प्रेरणा कक्ष में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी मांझी, चालकियों की बैठक लेकर उनके क्षेत्र के विकास कार्यों एवं समस्याओं की जानकारी ली। श्री बंसल ने नोवल कोरोना वायरस के इस भीषण संक्रमण काल में विश्व विख्यात बस्तर दशहरा के सफल आयोजन को महत्वपूर्णं उपलब्धि बताया। उन्होंने कहा कि इस कोरोना काल में बस्तर दशहरा के सभी रस्मों को परम्परागत रिती-रिवाजों के अनुसार विधि पूर्वक संपन्न किया गया। इसके लिए उन्होंने बस्तर संभाग के सभी मांझी, चालकियों के अलावा बस्तर दशहरा से जुड़े सभी लोगों तथा आम जनता के प्रति आभार माना। इस दौरान श्री बंसल ने सभी मांझी, चालकियों से बारी-बारी से उनके क्षेत्र के मांगों एवं समस्याओं की जानकारी लेकर आवश्यक सुझाव लिए। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री इन्द्रजीत चन्द्रवाल सहित संभाग के सभी परगनाओं के मांझी, चालकी, मेम्बर उपस्थित थे।
बैठक में श्री बंसल ने सभी मांझी, चालकियों ने वर्षों से चली आ रही अपनी समृद्ध परम्परा एवं कर्तव्यों के निर्वाह करने के साथ-साथ आदिवासियों एवं अपने क्षेत्र के विकास के लिए आम जनता एवं प्रशासन के बीच महत्वपूर्णं कड़ी के रूप में काम करने को कहा। उन्होंने सभी मांझी, चालकियों को अपने लोगों के विकास के लिए उन्हें निरंतर प्रेरित करने की अपील भी की। उन्हांेने मांझी, चालकियों के रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति करने तथा उन्हें पात्रतानुसार वनाधिकार पत्र प्रदान करने हेतु विचार करने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनपद पंचायतों के प्रतिनिधि के रूप में मांझी, चालकियों की नियुक्ति भी की जाएगी। इसके अलावा तहसील कार्यालय जगदलपुर में उनके लिए भवन का निर्माण किया जाएगा। श्री बंसल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल मांझी, चालकियों की हाल-चाल जानने के लिए बुधवार 28 अक्टूबर को उनसे वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सीधे संवाद भी करेंगे।
बैठक में श्री बंसल ने राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन द्वारा बस्तर के चहंुमुखी विकास हेतु किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में बच्चांे के अध्ययन-अध्यापन के कार्य को सुचारू रूप से जारी रखने हेतु आमचो बस्तर रेडियो एवं पढ़ई तुंहर दुआर जैसे माध्यमों का सफलतापूर्वक उपयोग किया गया। उन्होंने कोरोना वायरस के विरूद्ध लड़ाई में सभी को सहयोग करने की अपील की। इसके अलावा बस्तर जिले के विकास में कुपोषण को एक बड़ी समस्या बताया। श्री बंसल ने समाज के सभी वर्गों के साथ मांझी, चालकियों को भी इस कार्य में महत्वपूर्णं भूमिका निभाने को कहा। उन्होंने कहा कि वे स्वंय आम जनता की वास्तविक समस्याओं को जानने समझने हेतु सुदूर वनांचल के गांव में जाकर रात्रि विश्राम कर रहे हैं। श्री बंसल ने तीन, चार, माह की अवधि में मांझी, चालकियों के साथ बैठक आयोजित करने की जानकारी दी। बैठक में हल्बी भाषा के भाषा संकाय प्रमुख श्री शिवनाराण पांडे एवं मांझी, चालकीगण उपस्थित थे।