किसान-मजदूर बचाओ दिवस
आज कांग्रेसजन सभी जिला और ब्लाक मुख्यालयों में किसान विरोधी, आम आदमी विरोधी काले कानूनों का विरोध करेंगे
रायपुर/02 अक्टूबर 2020। आज 2 अक्टूबर 2020 को हम राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 151वीं जयंती एवं पूर्व प्रधानमंत्री स्व. लालबहादुर शास्त्री की 116वीं जयंती मनायी जायेंगी। जयंती समारोह को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने किसान मजदूर बचाओ (किसान एवं खेत-मजदूर बचाओ) दिवस के रूप में मनाया जायेगा।
किसान विरोधी कानूनों में न्यूनतम समर्थन मूल्य का प्रावधान नहीं है। कान्टेक्ट फार्मिंग के द्वारा अब कंपनियां ही तय करेगी कि किसान खेतो में क्या काम करेंगे? मोदी सरकार इस्ट इंडिया कंपनी की वापसी करने में लगी है। अब मोदी सरकार ने बड़े मुनाफाखोरो को कालाबाजारी जमाखोरी की खुली छूट दे दी है। सदन के एक भी सदस्य के मत विभाजन की मांग करने पर तो संसद में मत विभाजन कराना आवश्यक होता है। इन काले कानूनों को पास करने के लिये लोकतंत्र की हत्या कर दी गयी।
केन्द्र की भाजपा सरकार के तीन किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ पूरे देश और छत्तीसगढ़ के किसानों में और आम आदमी उपभोक्ताओं में गुस्सा उमड़ रहा है। बड़ी संख्या में किसान व खेतिहार- मजदूर इन कठोर कानूनों का विरोध कर रहे है, किंतु मोदी सरकार किसानो पर लाठिया बरसाकर उनकी आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। इन काले कानूनों के खिलाफ कांग्रेस पार्टी सदन से लेकर सड़क तक की लड़ाई लड़ रही है। प्रदेश के समस्त जिला, ब्लाक मुख्यालयों मे उपरोक्त बिल का विरोध करते हुये धरना, प्रदर्शन -पैदल मार्च का आयोजन कर किसान विरोधी बिल को तत्काल वापस लेने की मांग की जायेगी। किसान मजदूर बचाओ दिवस कार्यक्रम में किसान बिल से होने वाले हर तरह के नुकसान के बारे में शहरी और ग्रामीण मतदाताओं को अवगत कराया जायेगा। इन किसान विरोधी कानूनों को लेकर भाजपा नेताओं को कटघरे में खड़ा कर भाजपा के किसान विरोधी, गरीब विरोधी चरित्र को उजागर किया जायेगा। मोदी सरकार के इन तीनो कानूनों से किसानों के साथ आम आदमी को भी बड़ा नुकसान होगा। कुछ बड़े जमाखोर सारी आवश्यक वस्तुओं के रेट तय करेंगे। समर्थन मूल्य व्यवस्था, मंडी सोसायटी और अंतर की राशि देकर राशन कार्ड व्यवस्था भी समाप्त करने वाले मोदी सरकार के कानूनों का डटकर विरोध होगा।
जिला कांग्रेस कमेटी के सभी पदाधिकारियों को ब्लाकवार जिम्मेदारी, प्रभार देते हुए उन्हे 2 अक्टूबर 2020 को अनिवार्य रूप अपने प्रभार ब्लाक में उपस्थित रहकर कार्यक्रम को सफल बनाने के निर्देश दिये गये है।
2 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2020 तक प्रदेश के सभी मतदान केन्द्र, बूथ स्तर नुक्कड़ सभा के माध्यम से किसानों, खेत-मजदूरों, मंडी के दुकानदारों सहित कृषि उपज और पशुधन बाजार समिति के विविध कर्मचारियों से हस्ताक्षर अभियान चलाया जायेगा।
इन सभी कार्यक्रमों के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना के संक्रमण को रोकने हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन का पालन करते हुये आवश्यक सामाजिक दूरी बनाये रखे साथ ही, मास्क लगाया जाना अनिवार्य होगा।