अगरबत्ती,चूड़ी, कपड़े आदि के व्यवसाय का हुआ शुभारंभ
दुर्ग राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, रोजगार का अवसर प्रदान किया जा रहा है। एएलएफ से जुड़ी महिला समूह द्वारा 47 हजार रुपए से आवश्यक सामग्री क्रय कर पापड़, अगरबत्ती, मसाला आदि का व्यवसाय करने आज सुपेला स्थित मंगल भवन में शुभारंभ किया गया। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने एनयूएलएम एवं क्षेत्र स्तरीय संगठन द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में कार्य किए जा रहे है, निगम क्षेत्र में अब तक करीब 5 क्षेत्रों में महिलाओं ने बर्तन बैंक खोले है। जहां महिला समूह आय अर्जित करने के साथ ही सस्ते दर पर बर्तन किराए पर देकर प्लास्टिक मुक्त अभियान में अपनी भूमिका निभा रही है। एनयूएलएम के द्वारा महिलाओं के स्वरोजगार को बढ़ावा देने एरिया लेवल फेडरेशन (एएलएफ) को मिलने वाली आवर्ती निधि 50000 में से वार्ड 05 की महिला समूहों ने कपड़ा (साड़ी, कूर्ती, सूट, मोजा), कई तरह का मसाला, चावंल से बने पापड़, आर्टिफिशियल ज्वेलरी, चूड़ी, सुगंधित अगरबत्ती आदि का व्यवसाय करना आज से प्रारंभ कर दिया है। इन सामग्रियों को महिला समूह अपने क्षेत्र के घरों मे डोर टू डोर तथा बाजारों व भीड़ लगने वाले स्थानों में बेचकर आय अर्जित करेंगी। शुभारंभ अवसर पर ही 2 हजार की साड़ी तथा 1 हजार की अगरबत्ती व पापड़ की बिक्री आज हो गई। कार्यक्रम मे प्रमोद सिंह, लक्ष्मण देवांगन एवं पार्षद दिपक रावना ने कहा कि बाजार से कम दाम पर सामान मिलने पर जरूरतमंदों को लाभ होगा तथा महिला समूह के व्यवसाय में वृद्धि होगी। महिलाओं के उत्थान हेतु स्वरोजगार के लिए यह एक बड़ा कदम है, महिलाओं द्वारा समूह बनाकर विभिन्न सामग्रियों का विक्रय करना सराहनीय कार्य होने के साथ अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भरता के लिए प्रेरित करता है। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन द्वारा संचालित क्षेत्र स्तरीय चार समूह सत्यमेव जयते, छत्रपति शिवाजी, नई उमंग, जय छत्तीसगढ़ की महिलाएं आज उपस्थित रही। वार्ड 05 सुपेला मंगल भवन में क्षेत्रीय समूह सत्यमेव जयते द्वारा 17 हजार, नई उमंग द्वारा 10 हजार, छत्रपति शिवाजी द्वारा 10 हजार, जय छत्तीसगढ़ द्वारा 10 हजार रूपए का सामग्री क्रय कर तथा दैनिक उपयोग में आने वाले सामग्रियों को बेचकर लाभ अर्जित करेंगी। कार्यक्रम में एनयूएलएम के सहायक परियोजना अधिकारी फनीन्द्र बोस, मिशन मैनेजर एकता शर्मा, सामुदायिक संगठक सुलोचना धनकर, रश्मि त्रिपाठी, किरण सिन्हा, उमा देवांगन, कुसुम, सीमा देवी, फुलकुमारी, फुलजहां बेगम सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाएं उपस्थित रहीं।