रायपुर। कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ मोर्च खोलते हुए कहा कि कल डॉ रमन ने कहा था कि उनके खिलाफ की जा रही जांच बंद हो गई है यह सरासर झूठ है। रमन सिंह के खिलाफ कोई भी जांच बैंड नही हुई है। कांग्रेस के संचार विभाग के चेयरमैन शैलेश नितिन त्रिवेदी ने सवाल पूछा कि उनकी संपत्ति 2003 से 2018 के बीच मे उनकी संम्पत्ति तीन गुना कैसे बढ गई ?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र तिवारी ने कहा कि डॉ रमन सिंह और उनके परिवार ने छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई का शोषण किया। उन्होंने कहा कि पहले उनकी स्थिति क्या थी और पद से हटने के बाद उनकी हैसियत क्या हो गई। उन्होंने डॉ रमन सिंह की अकूत संपत्ति के खिलाफ सबूत के तौर कागज देते हुए कहा कि पनामा मामले में भी उन्होंने कहा कि इसमें डॉ रमन के सुपुत्र का भी नाम था। इस मामले में पूरी दुनिया मे जिनका भी नाम था सब की जांच हुई सिर्फ डॉ रमन के सुपुत्र को छोड़ कर। उन्होंने कहा कि केंद्र में भाजपा की सरकार होने के चलते रमन पुत्र के लिए किसी के कान में जू तक नही रेंगी।
इस मामले में कांग्रेस नेता गिरीश देवांगन ने कहा कि डॉ रमन के भ्रस्टाचार को जनता ने पहचान और भाजपा को उखाड़ फेंका। अपने 15 साल के कार्यकाल में डॉ रमन और उनके सुपुत्र ने किस तरह से आए अर्जित की है वो संदेहास्पद है। उनकी संपत्ति की जांच होनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी इस बढ़ोतरी की जांच की मांग करती है।
मामले में वरिष्ठ नेता रमेश वल्यानी ने कहा कि पिछले तीन चुनावो में डॉ रमन ने जो शपथ पत्र जमा किये है उनके हिसाब से उनकी संपत्ति में इतनी वृद्धि कैसे हुई और इसके साथ ही जो उन्होंने बेनामी संपत्ति बनाई है उसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने प्रधानमंत्री से भी अपील कर कहा कि जब उनके कार्यालय को मय सबूत सारी जानकी फि गई तो डॉ रमन सिंह के खिलाफ जांच होनी चाहिए।