रायपुर, मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल से आज यहां उनके निवास कार्यालय में दुर्ग और राजनांदगांव जिले के कोसरिया यादव समाज के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य मुलाकात की। प्रतिनिधि मंडल ने विकासखण्ड पाटन के अंतर्गत ग्राम पंचायत महकाखुर्द की उप सरपंच सुश्री अर्चना यादव और सेवानिवृत्त शिक्षक श्री तेजराम कृपान तथा समाज के अन्य पदाधिकारी शामिल थे। मुख्यमंत्री श्री बघेल को प्रतिनिधि मंडल द्वारा देश के लोकप्रिय मुख्यमंत्री चुने जाने पर अपनी ओर से बधाई और शुभकामनाएं दी गई। श्री बघेल ने इसके लिए प्रतिनिधि मंडल के प्रति आभार जताया और शासन द्वारा लोगों की भलाई के लिए गांव-गांव में चलाए जा रहे अनेक कल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार की सुराजी गांव योजना के तहत गांवों में नरवा, गरूवा, घुरूवा और बाड़ी कार्यक्रम संचालित है। गांवों में पशुओं के संरक्षण तथा संवर्धन के लिए सामूहिक गौठान बनाए गए हैं। उन्होंने इस दौरान समूहों के माध्यम से महिलाओं को गौठानों के गोबर को वर्मी कम्पोष्ट खाद बनाने के लिए भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इससे गांवों में पशुओं की देख-रेख तथा उनके चारे-पानी का प्रबंध बेहतर ढंग से होने लगा है। इस तरह ये गौठान न केवल पशुधन संवर्धन के केन्द्र के रूप में उभरे हैं अपितु आजीविका मूलक गतिविधियों के सृजन के लिए भी माध्यम बने हैं।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने आगे बताया कि राज्य में प्रदेश सरकार द्वारा फसल उत्पादकता को बढ़ावा देने के साथ ही दलहनी-तिलहनी फसलों की खेती, फलोत्पादन तथा रबी की खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। बारहमासी खेती को बढ़ावा देने और फसलों की सुरक्षा के लिए पशुओं की खुले में चराई को रोकना जरूरी है। इसके मद्देनजर राज्य में रोका-छेका की पुरानी परंपरा को वर्तमान परिवेश में ग्रामीणों के सहयोग से और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने की पहल शासन द्वारा की गई है। इसके जरिए फसलों की सुरक्षा के लिए ग्रामीण इस बात का संकल्प लेते हैं कि खरीफ फसल के दौरान अपने मवेशियों को बाड़े और गौठान में ही रखेंगे। इस अवसर पर नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया, विधायक श्री सत्यनारायण शर्मा, विधायक श्री कुलदीप जुनेजा तथा विधायक श्री विकास उपाध्याय और नगर पालिक निगम रायपुर के महापौर श्री एजाज ढेबर उपस्थित थे।