भाजपा ने पूछा : अधिकारियों व कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाने वाली सरकार के मंत्री ख़ुद मंत्रालय क्यों नहीं जा रहे?
आत्ममुग्ध ‘कोरोना वॉरियर्स मंत्री’ भीषण संक्रमण काल में अफ़सरों-कर्मियों को उनके हाल पर छोड़ मंत्रालय से ग़ायब क्यों हैं
रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने कोरोना संक्रमण काल में अपनी ड्यूटी पर जा रहे मंत्रालयीन अधिकारियों व कर्मचारियों को हो रही दिक्कतों को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा ही है, साथ ही अधिकारियों व कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाने वाली प्रदेश सरकार के मंत्रियों के मंत्रालय नहीं जाने पर कटाक्ष भी किया है।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि मंत्रालयीन अधिकारी-कर्मचारी रोज़ अपनी ड्यूटी पर मंत्रालय बुलाए जा रहे हैं लेकिन उनकी दिक्कतों पर प्रदेश सरकार का बिलकुल ध्यान नहीं है। न तो इन अधिकारियों व कर्मचारियों को मंत्रालय तक आने-जाने के लिए उपलब्ध बसों में और न ही मंत्रालय में सेनिटाइज़ेशन की कोई पुख़्ता व्यवस्था की गई है। श्री शर्मा ने कटाक्ष किया कि जो प्रदेश सरकार अख़बारों में अपनी कैबिनेट को कोरोना वॉरियर्स के तौर पर महिमामंडन पर आत्ममुग्ध हो रही थी, उसके सारे ‘कोरोना वॉरियर्स मंत्री’ अब प्रदेश में कोरोना के इस भीषण संक्रमण काल में मंत्रालयीन अधिकारियों-कर्मचारियों को उनके हाल पर छोड़कर मंत्रालय से ग़ायब क्यों रह रहे हैं? अधिकारियों-कर्मचारियों के आने-जाने और उनको कोरोना संक्रमण से बचाने के पुख़्ता इंतज़ाम तक जो प्रदेश सरकार नहीं कर पा रही है, वह अपने आपको संवेदनशील बताने में ज़रा भी शर्म महसूस क्यों नहीं कर रही है?
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने अधिकारियों-कर्मचारियों के तबादलों को लेकर भी प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया है। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह घोषणा की थी कि प्रदेश में अब अधिकारियों-कर्मचारियों की स्वेच्छा से तबादले किए जाएंगे, लेकिन डेढ़ साल के शासनकाल में हज़ारों-हज़ार अधिकारियों-कर्मचारियों का मनमाना तबादला कर प्रदेश सरकार एक तो इन अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ घोर अन्याय कर ही रही है, साथ-साथ प्रशासनिक कार्यों के सुचारु संचालन में भी लगातार बाधा उत्पन्न करने का काम कर रही है। प्रदेश सरकार पर ‘तबादला उद्योग’ चलाने का आरोप लगाते हुए श्री शर्मा ने कहा कि कोरोना-काल तक में प्रदेश सरकार ने बिना सोचे-विचारे अधिकारियों-कर्मचारियों का तबादला करके अपनी प्रशासनिक समझ व सूझबूझ को पलीता लगाने का काम तो किया ही है, कोरोना के ख़िलाफ़ जारी जंग को भी कमज़ोर करने में उसने कोई क़सर नहीं छोड़ी है।