रायपुर, 09 जून 2020/ स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू की गई ’पढ़ई तुंहर दुआर’ ऑनलाइन कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार और शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं पालकों द्वारा इसके नियमित उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ’’गुरू तुझे सलाम’’ अभियान संकुल से राज्य स्तर पर 11 से 23 जून तक संचालित किया जाएगा। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने अभियान के संबंध में समय-सारणी भी जारी कर दी है। विभिन्न स्तरों पर आयोजित कार्यक्रमों को अन्य शिक्षक भी देख सकेंगे। इसके लिए सभी को कार्यक्रम का लिंक साझा की जाएगी। यह अभियान शिक्षकों और पालकों के बीच के संबंधों को और सुदृढ़ करेगा। अभियान के अंतर्गत शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं पालकों द्वारा नियमित उपयोग के लिए संकुल से राज्य स्तर तक शिक्षकों के अहा क्षण, बच्चों द्वारा उनके प्रेरण स्त्रोत शिक्षक पर और पालकों द्वारा ऑनलाइन शिक्षण पर दो-दो मिनट में अपने विचार रख इसे रुहनतनजनरीमेंसंउरुचजक सोशल मीडिया पर अपलोड करेंगे। अभियान में सभी शिक्षक पालकों से मोबाइल पर संपर्क करेंगे और उनसे बच्चों की पढ़ाई की जानकारी लेकर उनके सीखने में आवश्यक सहयोग देने के लिए टिप्स देंगे। प्रबंध संचालक समग्र शिक्षा ने अभियान आयोजन के संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों, डाईट के प्राचार्य और जिला मिशन समन्वयक समग्र शिक्षा को निर्देशित किया गया है कि सभी संकुलों मे कार्यक्रम निर्धारित समय में प्रारंभ करते हुए राज्य स्तर तक जिले से प्रतिनिधित्व करने के लिए उपयुक्त साथियों का चयन कर सहभागिता लिया जाना सुनश्चित करें।
समय-सारणी के अनुसार अभियान शिक्षकों द्वारा संकुल स्तर पर 11 जून, विकासखण्ड स्तर पर 13 जून, जिला स्तर पर 16 जून और राज्य स्तर पर 18 जून को सुबह 11 से 12 बजे तक होगा। इसी प्रकार विद्यार्थियों द्वारा संकुल स्तर पर 13 जून, विकासखण्ड स्तर पर 16 जून, जिला स्तर पर 18 जून और राज्य स्तर पर 20 जून को दोपहर 1 से 2 बजे तक आयोजित किया जाएगा। पालकों द्वारा संकुल स्तर पर 16 जून, विकासखण्ड स्तर पर 18 जून, जिला स्तर पर 20 जून और राज्य स्तर पर 23 जून को शाम 4 से 5 बजे तक आयोजित होगा। कार्यक्रम क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर से संकुल स्तर तक कोर ग्रुप बनाकर जिम्मेदारी सौंपी गई है। संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि किसी एक समूह में अधिकतम 30 लोगों को प्रतिभागिता दी जा सकेगी। निर्धारित अवधि में विचार व्यक्त करने के लिए प्रत्येक को 2 मिनट का समय दिया जाए। राज्य स्तर से 28 जिलों से प्रत्येक से एक-एक प्रतिभागी का नाम जिले तय करेंगे। यह नाम संकुल से जिले तक आयोजित कार्यक्रमों में चयनित किए जाएंगे। सभी प्रतिभागियांे को अपनी बात 2 मिनट के भीतर पूरा करने के लिए अभ्यास करके आना होगा। विभिन्न स्तरों पर बेहतर प्रदर्शन करने वाले साथियों को संकुल से लेकर आगे बढ़ाते हुए राज्य स्तर तक सामने आएंगे।
जारी निर्देश में कहा गया है कि गुरू तुझे सलाम कैम्पेन का सही लाभ तभी मिल सकेगा जब शिक्षकों और पालकों के बीच संबंध सुदृढ़ होगा। इसके लिए सोशल मीडिया में प्रचार-प्रसार के लिए शिक्षक पालकों को लॉकडाउन के दौरान घर पर रहकर बच्चों को सीखने में सहयोग करने के लिए उनका आभार और धन्यवाद देंगे और उनसे बच्चों की पढ़ाई में आगे भी सहयोग देने की अपेक्षा करेंगे। शिक्षक पालकों से मोबाइल पर हुई बातचीत को सोशल मीडिया में पोस्ट कर अनुभव लिखेंगे और फोटो आदि को निर्धारित गूगल ड्राईव में अपलोड करेंगे। संकुल स्तरीय नोडल अधिकारी संकुल के सभी शिक्षकों द्वारा इस कार्य को किए जाने के संबंध में रिकार्ड रखेंगे और सभी शिक्षकों से पालकों का मोबाइल नंबर लेकर रैण्डम में पालकों से चर्चा कर वेरीफाई भी करेंगे।
संकुल से राज्य स्तर पर शिक्षकों के अहा क्षण पर दो मिनट की बात होगी। अहा क्षण वो क्षण होता है जिसमें अचानक कोई नया आईडिया, नई खोज, कोई ऐसी चीज की जानकारी जो पहले से भीतर है उसे अचानक पहचनना, सही समय में सही आईडिया का सामने आना, कक्षा अध्यापन के दौरान कुछ नई चीजें, शिक्षा से जुड़े यादगार पल और आईडिया सामने आना। अभियान के माध्यम से शिक्षकों को ऐसे अहा क्षण को पहचानने का अवसर मिलेगा और इन आईडिया का संकलन किया जाएगा। लॉकडाउन अवधि में शिक्षकों को कुछ सोचने का अवसर मिलेगा। अहा क्षण के बारे में समूह में और विस्तार से बताया जा सकेगा।
संकुल स्तर से राज्य स्तर तक बच्चों द्वारा उनके प्रेरणा स्त्रोत शिक्षक का दो मिनट की बात कार्यक्रम को संकुल से लेकर जिलो के नोडल अधिकारी आयोजित करेंगे। इसमें बच्चों को अपने पसंदीदा शिक्षकों के बारे में दो मिनट बोलने का अवसर दिया जाएगा। इससे उनके सोचने, बोलने, अभिव्यक्ति की पहचान के साथ-साथ शिक्षकों को भी पता चल सकेगा कि वो कौन-कौन से तत्व हैं जो बच्चों के बीच उनकी साख को बढ़ाते हैं।
संकुल से राज्य स्तर तक पालकों द्वारा आनलाइन शिक्षण पर दो मिनट में अपने विचार रखे जाएंगे। पालकों को इस कार्यक्रम से जोड़कर उनके द्वारा ऑनलाइन शिक्षा, राज्य से उपलब्ध विभिन्न एप और सुविधाओं के उपयोग के बारे में विचार व्यक्त किए जाएंगे। बच्चों द्वारा उनके उपयोग की स्थिति और कोरोना के बाद स्कूल खोले जाने पर विचार रखें जाने के लिए दो मिनट का समय दिया जाएगा।